Music

BRACKING

Loading...

भुगतान से पहले एडीएम ने परखी सड़कों की गुणवत्ता, मजबूती जांचने के लिए चली गैंती

 


शिवपुरी निर्माण कार्यों में अंधेरगर्दी और भयंकर भ्रष्टाचार के लिए बदनाम शिवपुरी नगर पालिका में गुणवत्ता और निर्माण कार्यों में मजबूती की इबारत लिखी जा रही है। पहली बार नगर पालिका के प्रशासकीय कार्यकाल में विभाग के ओआइसी एवं एडीएम उमेश शुक्ला ने निर्माण कार्यों के भुगतान से पहले उनकी गुणवत्ता और मजबूती की परख अपने अधीनस्थों से गैंती चलवाकर की है। शनिवार को राजेश्वरी रोड मंदिर के सामने स्थित सीसी सड़क पर जांच करने नगर पालिका के सीएमओ शैलेष अवस्थी, एई, सब इंजीनियर और अन्य अमले के साथ एडीएम उमेश शुक्ला पहुंचे। निरीक्षण के दौरान ठेकेदार भी मौजूद था। यहां एडीएम ने बारीकी से सड़क की गुणवत्ता को जांचा। मजबूती को परखने के लिए गैंती भी चलवाई। सड़क में जो ज्वाइंट थे उनको लेकर एडीएम ने मौके पर ही आपत्ति जताते हुए कहा कि ज्वाइंटों का जोड़ ठीक ढंग से नहीं किया गया है। इस लापरवाही की वजह से सड़क यहां से जल्द उखड़ना शुरू हो जाएगी जिससे शासकीय धन का दुरुपयोग होगा। उन्होंने स्पष्टता से कहा कि भुगतान से पहले जो कमियां कार्य में देखने को मिली हैं उन्हें दूर कराया जाना जरुरी है। बताए गए कार्य को किए बिना ठेकेदार का भुगतान नहीं होगा।

गुरुकृपा फर्म द्वारा बनाई गई सड़क की जांच भी एडीएम के नेतृत्व में की गई। इस सड़क पर जब निर्माण कार्य की मजबूती को जांचने के लिए गैंती चली तो गिट्टियां उखड़ गईं। यह स्थिति देखकर एडीएम ने सीएमओ से साफ कहा कि यह कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं हुआ है। यदि कार्य में गुणवत्ता होती और यह मजबूत कार्य होता तो गैंती चलने के बाद गैंती पलटती न कि गिट्टी उखाड़ देती। एडीएम ने इस तरह के कार्य पर असंतोष जताते हुए ठेकेदार को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

.कुटेशन कार्यों की जांच कराएं कलेक्टर

भुगतान के पहले जांच को लेकर नगर पालिका के ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। जो लोग ईमानदारी से कार्य करते हैं वह कलेक्टर से मांग कर रहे हैं कि उनके प्रशासकीय कार्यकाल में जो कार्य कुटेशन (99 हजार रुपए से कम कीमत के ठेका कार्य) पर हुए हैं उनकी भी जांच जिला कलेक्टर को करानी चाहिए। बताया गया है कि कुटेशन कार्यों में बड़ा भ्रष्टाचार आरोपित तौर पर नगर पालिका में हुआ है। यदि कुटेशन कार्यों को जांच की जद में लेकर सिर्फ जांच पटल पर रख लिया जाए तो प्रथम दृष्टया ही कई भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासा हो जाएगा।

इनका कहना है

हम चाहते हैं कि जो गुणवत्तापूर्ण कार्य का ठेका ठेकेदार को मिला है वह उसके अनुरूप कार्य करे अन्यथा की स्थिति में हम गुणवत्ताविहीन कार्य को स्वीकार नहीं करेंगे। भुगतान की फाइल कतई आगे नहीं बढ़ाएंगे। हमारा कार्यालय स्टेट टाइम में बने भवन में है और यह आज भी मजबूत और सुरक्षित है। वर्तमान में बेहतर तकनीक और बहुत अच्छा मटेरियल जब उपलब्ध है तो गुणवत्ता से समझौता किसी स्थिति में करना संभव नहीं है।

उमेश शुक्ला, एडीएम

गुणवत्तापूर्ण निर्माण नागरिकों का हक है। नगर पालिका के एक-एक पैसे का सद्पयोग होना चाहिए। हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर यह तय कर लिया है कि बिना गुणवत्ता को जांचे और मजबूती को परखे हम कोई भुगतान नहीं करेंगे। हमारे ऊपर कोई दबाव, कोई धमकी काम नहीं करेगी। नागरिकों से भी अपील है कि जब आपके क्षेत्र में काम हो तो आप भी जागरूक रहकर निर्माण कार्य की गुणवत्ता को देखें। जहां कमी दिखे वहां तत्काल जिम्मेदारों से शिकायत करें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ