शिवपुरी पिछले पांच दिन से शहर में चल रहा पंच कल्याणक आज सुबह मोक्ष कल्याणक कार्यक्रम के साथ पूरा हो गया। पंचकल्याणक कार्यक्रम पूर्ण होने पर भगवान आदिनाथ, मुनी सुव्रत, भगवान भरत, भगवान बांस पूज्य व भगवान महावीर की प्रतिमाओं को पुण्यार्जक सार्थियों के साथ सोने-चांदी के रथ पर बिठाया और उसके बाद सभी प्रतिमाओं की शोभा यात्रा निकाली। उन्हें पुरानी शिवपुरी मंदिर स्थित जैन मंदिर ले जाया गया। जहां इन प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा। इस शोभा यात्रा में करोड़ों रुपए का सोने का वह रथ आकर्षण का केंद्र रहा जिसे विशेष रूप से अजमेर से शिवपुरी मंगवाया गया था। अगर पंचकल्याणक समिति के अध्यक्ष जितेंद्र जैन गोटू की मानें तो यह रथ पूरे भारत में एकमात्र है, जिसे वहां के समाज बंधुओं ने अभय सागर महाराज के निर्देश पर शोभा यात्रा के लिए यहां भिजवाया है।
विशेष सिक्यो
रिटी में आया रथ
समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि यह रथ अजमेर के डंगासिया परिवार ने बनवाया है। इस रथ को अगर समाज के किसी कार्यक्रम में भिजवाया जाता है तो इसे बेहद गुप्त तरीके से विशेष सुरक्षा व्यवस्था में भिजवाया जाता। सूत्र बताते हैं कि रथ को शिवपुरी लाने तक की सुरक्षा व्यवस्था पर 20 लाख रुपए का खर्च आया है। हालांकि किसी भी व्यक्ति ने आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है।
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