शिवपुरी। हाइकोर्ट से निर्देश मिलने के बाद जिला परिवहन विभाग एकदम से सक्रिय हो गया है। हमेशा ऑफिस में रहने वाला यह अमला सड़कों पर बिना कागज दौड़ रहे ऑटोरिक्शा पर कार्रवाई के लिए उतरा तो जुर्माना करने के बजाए सीधे ऑटो थाने में रखवा दिए। शुक्रवार को आरटीओ मुध सिंह ने करीब 25 ऑटो जप्त कर कोतवाली में रखवा दिए और उनके प्रकरण न्यायालय में भेजने के निर्देश दे दिए।
एकदम से हुई बड़ी कार्रवाई के बाद ऑटो चालकों में रोष पनप गया। कार्रवाई के विरोध में वह लोग कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंप आए। हालांकि ऑटो चालकों का भाव विरोध का कम और न्यूनतम कार्रवाई की याचना का अधिक था। ऑटो चालकों ने कहा िक जब नियमानुसार टैक्स भरने जाते हैं तो आरटीओ विभाग के बाबू ही प्राइवेट लोगों के पास भेज देते हैं। कई चक्कर लगाने के बाद टैक्स भरा नहीं होता और प्राइवेट व्यक्ति अतिरिक्त रुपये मांगता है।
शुक्रवार को परिवहन विभाग ने अस्पताल चौराहे पर कार्रवाई की। परिवहन व यातायात की टीम को देख कई ऑटो वाले भागते भी नजर आए, जिनके पीछे अमला दौड़ता हुआ भी देखा गया। आरटीओ मधु सिंह ने बताया कि यह पूरी कार्यवाही हाइकोर्ट जबलपुर के आदेश के पालन में की गई है।
सभी ऑटो के प्रकरण न्यायालय भिजवाए जा रहे हैं। कई ऑटो में सवारियां बैठी हुई थीं जिन्हें वाहन से उतार दिया गया। ऑटो चालकों ने मांग की कि न्यूनतम कार्रवाई कर 500 रुपये का जुर्माना कर पूरे कागज दुरुस्त कराने के लिए 30 दिन का समय दिया जाए। साथ ही टैक्स और कागजों के अन्य काम के लिए एक दिन परिवहन कार्यालय में शिविर लगाया जाए जिससे बार-बार वहां के चक्कर न काटना पड़ें।
डेढ़ साल से बंद पड़ा था काम, न्यूनतम जुर्माने की मांग
ऑटो चालकों ने कहा कि हम नियमों के अनुरूप ऑटोरिक्शा संचालित करते हैं। जब ऑटो का टैक्स भरने की प्रक्रिया भी करते हैं तो आरटीओ कार्यालय में लिपिक उसमें जानबूझकर बाधा डालते हैं। खुद काम करने के बजाए हमें प्राइवेट लोगों से कार्य करवाने को विवश करते हैं।
कई बार आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने के बाद भी हमारा काम नहीं होता और इस तरह की कार्रवाई कर हम पर ही प्रकरण बना देते हैं। ऑटो चालकों ने बताया कि पिछले डेढ़ साल से कोरोना के कारण काम पूरी तरह से बंद था। अधिकांश ऑटो चालकों को लोन की किस्तें चुकाना हैं।
प्राइवेट लोगों का भी 10 प्रतिशत ब्याज से कर्ज है जो वो जबरन वसूलते हैं। ऐसे में हमारे सामने पेट पालने के तक लाले पड़े हुए हैं। ऊपर से प्रकरण बना दिए गए तो भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।
कोलारस थाने में भी रखवाए एक दर्जन ऑटो
जिला परिवहन अधिकारी मधु सिंह तोमर ने अपने अमले के साथ कोलारस थाना क्षेत्र के पडोरा हाइवे व कोलारस नगर में वाहन चैकिंग अभियान चलाया। इस दौरान 12 ऑटो को कार्रवाई की जद में लेकर कोलारस पुलिस थाना प्रांगण में खड़ा करा दिया गया। असहाय ऑटो चालक अपने वाहनों के संपूर्ण कागजात आरटीओ को दिखाते हुए नजर आए, लेकिन आरटीओ ने किसी की एक नहीं सुनी और सभी ऑटो को कोलारस थाना परिसर में खड़ा कर पुलिस को सुपुर्दगी में देकर शिवपुरी निकल गईं।
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