शिविर के प्रारंभ में पंतजली ग्रुप के योग शिक्षक अंकित राय, उम्मेद वर्मा, पैनल अधिवक्ता मुरारीलाल गुप्ता एवं आनंद माथुर ने समस्त विचारानीधन एवं दोषसिद्ध बंदियों को कपाल भारती अनुलोम विलोम ताड़ाषन, वृक्षासन अर्द्धचकासन, मयुरासन, भुजंगासन भ्रामरी गौमुख आसन मंडूका आसन, सूर्य नमस्कार आदि करवाये।
इस अवसर पर विवेक शर्मा, जिला न्यायाधीश, जेल अधीक्षक रमेशचंद्र आर्य, जिला विधिक सहायता अधिकारी डॉ.वीरेन्द्र कुमार चढ़ार, जेल उपाधीक्षक दिलीप सिंह ने बंदियों के साथ योग कर बंदियों को योग करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर विवेक शर्मा ने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मन का वास होता है और यदि प्रत्येक बंदी प्रतिदिन योग अभ्यास करता है तो निश्चित ही उसके मन में योग के कारण उत्पन्न होने वाले अच्छे विचारों के प्रभाव से बुरे विचार समाप्त होगे और उसका स्वस्थ्य शरीर होगा।
इस अवसर पर रमेशचंद्र आर्य ने कहा कि प्रत्येक बंदी को स्वस्थ्य आहार मिले। स्वस्थ्य विचार मिले एवं जेल में बिताई गई। अवधि के दौरान वह किसी न किसी विद्या में योग्य हो जाये जिससे जेल से बाहर जाने के बाद वह अपनी पुरानी पहचान मिटाकर नई पहचान समाज में स्थापित कर अपना जीवन यापन कर सके।
इस अवसर पर डॉ.वीरेन्द्र चढ़ार जिला विधिक सहायता अधिकारी ने बताया कि बंदियों को निशुल्क विधिक सहायता प्रदान करने हेतु यथाशीघ्र नवीन योजना डिफेंस काउंसिल लागू होने वाली है जो कि बंदियों के मामलों में पैरवी करने के लिए पूर्ण रूप से समर्पित होंगे। योग शिविर उपरांत विवेक शर्मा ने प्रत्येक बैरिक में जाकर बंदियों से विधिक सहायता, उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। तत्पश्चात भोजनशाला आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विधिक सहायता हेतु पात्र पाये जाने वाले व्यक्तियों को तत्काल विधिक सहायता प्रदान कराये जाने हेतु निर्देश दिये गये। तत्पश्चात जेल परिसर में वृक्षारोपण किया गया।

0 टिप्पणियाँ