शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने इंटर्न छात्रों पर पूर्व में हुई एफआईआर को लेकर एसपी से शिकायत दर्ज कराई हैं। जूनियर डॉक्टरों का कहना हैं कि इंटर्न छात्रों के द्वारा दर्ज एफआईआर में राजीनामे को लेकर दबाव बनाया जा रहा हैं। इसके लिए उनपर अलग अलग बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। बता दें कि इंटर्न छात्रों ने एसपी से जूनियर डॉक्टरों पर बेइज्जती, जबरन शराब पिलाने व कपड़े उतरवाने, रैगिंग लेने के आरोप लगाए थे।
जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई थी मारपीट -
उल्लेखनीय हैं कि 21 सितंबर की रात मेडिकल कॉलेज के जेआर हॉस्टल के रूम में घुसकर इंटर्न छात्र अमीन राजद्वार, शुभांशु पटेल और अजय रघुवंशी ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जूनियर डॉक्टर शैलेंद्र सिंह गुर्जर व डॉक्टर अमन तिवारी समेत डॉक्टर कुलदीप सिंह के साथ बेरहमी से मारपीट कर दी थी। यहां जूनियर डॉक्टरों की शिकायत और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पुलिस ने इंटर्न छात्र अमीन राजद्वार, शुभांशु पटेल और अजय रघुवंशी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।
बना रहे एफआईआर बापस लेने का दबाव -
जूनियर डॉक्टर शैलेंद्र सिंह गुर्जर व डॉक्टर अमन तिवारी और डॉक्टर कुलदीप सिंह ने एसपी से की गई शिकायत में उल्लेख किया हैं कि इंटर्न छात्रों पर मामला दर्ज होने के बाद से जूनियर डॉक्टरों पर दर्ज एफआईआर लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा हैं। इससे हमें अपने कार्यस्थल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ढंग से ड्यूटी नहीं करने दी जा रही है। कॉल कर करके, अपने परिजनों रिश्तेदारों से फोन लगवाकर दबाव बनाया जा रहा है।
गंभीर आरोपों की शिकायत का आवेदन इंटर्न छात्रों द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी दिया गया हैं। उक्त आवेदन के माध्यम से ऐसे झूठे आरोप लगाए गए हैं कि जूनियर डॉक्टर शराब के नशे में थे। उनके द्वारा इंटर्न छात्रों की रैगिंग ली गई, कपड़े उतरवाकर डांस कराया गया। मास रैगिंग में अमीन राजद्वार को एस टी जाति का होने से जमीन पर बैठकर बेइज्जती की गई। इंटर्न छात्रों को जबरन शराब पिलाई गई, आदि आरोप लगाए गए हैं। जो पूरे तरीके से बेबुनियाद हैं।
जबकि हमलावर इंटर्न छात्रों में से कुछ शराब पीकर जानलेवा हमला करने आए थे और जूनियर डॉक्टर डॉक्टर शैलेंद्र सिंह गुर्जर व डॉक्टर अमन तिवारी और डॉक्टर कुलदीप सिंह बुरी तरह से मारपीट की गई थी। हॉकी और बेल्टों से हमारे शरीर पर खून निकलने, जगह जगह सूजन होने, घाव होने, सिर में हॉकी लगने, हाथ और पीठ पर अनगिनत हॉकी मारे जाने के निशान अब भी मौजूद हैं।
जूनियर डॉक्टर डॉक्टर अमन व डॉक्टर कुलदीप मुताबिक़ उनकी पोस्टिंग हाल ही में हुई है। वह इस कॉलेज में नए हैं और ये छात्र यहीं पढ़े हैं। अमीन राजद्वार द्वारा अपना खौफ कायम करने, दादागिरी रंगदारी के लिए अपने साथी छात्रों के साथ मिलकर हमला किया गया। अब वह झूठा केस भी कायम कराना चाह रहे हैं। इसकी जांच कराने की मांग की गई हैं।
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