शिवपुरी। जिले के जंगलों में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते पांच दिनों में अलग-अलग जगहों पर जंगल में आग भड़कने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बुधवार को माधव टाइगर रिजर्व की सीमा से सटे बाजाघर और करबला के बीच फॉरेस्ट विभाग के जंगल में भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही फिजिकल थाना पुलिस और फॉरेस्ट विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। नगरपालिका की दो फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है।
इससे पहले भी जिले के अन्य इलाकों में जंगलों में आग लग चुकी है। कुछ दिन पहले सतनबाड़ा रेंज के एनएच-46 पर स्थित पतारा गांव के पास जंगल में आग भड़क गई थी। इसके एक दिन बाद सतनबाड़ा रेंज स्थित सांकरे हनुमान मंदिर के पास भीषण आग लग गई थी। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद दोनों स्थानों पर आग को नियंत्रित किया गया था।
शहर के ऐतिहासिक स्थल सिंधिया छत्री की बाउंड्री के भीतर भी कुछ दिनों पहले आग भड़क गई थी, जिसे बड़ी मुश्किल से बुझाया गया था। लगातार बढ़ रही आगजनी की घटनाओं से वन विभाग और प्रशासन चिंतित है।
आग लगने के कारणों की जांच जारी
डीएफओ सुधांशु यादव ने बताया कि गर्मियों में जंगल में सूखे पत्ते और झाड़ियां अधिक मात्रा में होती हैं, जिससे आग तेजी से फैल सकती है। उन्होंने संभावना जताई कि किसी के बीड़ी या माचिस फेंकने से या फिर भीषण गर्मी के कारण आग भड़क सकती है।
वन विभाग और स्थानीय प्रशासन आग पर नियंत्रण पाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन जंगलों में बार-बार आग लगने से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जंगलों में आग न लगाएं और कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।
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