ये था मामला
शिवपुरी जिले की मगरौनी निवासी प्रीति कुशवाह और उसके परिवार के लोग कुछ दिन पहले ग्वालियर किले के गोपालचल पर्वत पर स्थित जैन तीर्थस्थल घूमने गए थे। यहां प्रीति ने रील बनाते हुए प्रतिमाओं को लेकर अपशब्द कहे। इस दौरान उसने कहा कि आप सबने प्लास्टिक और लकड़ी के पुतले देखे होंगे ये पत्थर का पुतला है। इसके बाद प्रतिमाओं पर जूते चप्पल पहनकर बैठा देखा गया और अपशब्द भी कहे गए थे।
वीडियो सामने आने के बाद विरोध, उठी एफआईआर की मांग
वीडियो सामने आने के बाद जैन समाज में रोष व्याप्त है। शनिवार को जैन धर्म के लोगों ने नरवर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए एफआईआर की मांग की की गई। वहीँ ग्वालियर में भी इस मामले का विरोध कर कार्यवाही की मांग की गई थी।
हालांकि मामले को बढ़ता हुआ देखते हुए प्रीति कुशवाह ने अपने इंस्टाग्राम आईडी से हटा दिए इसके बाद एक माफीनामा का एक वीडियो इंस्टाग्राम आईडी पर अपलोड कर दिया। जिसमे प्रीति कुशवाह और उसका सहयोगी अपने किये पर माफ़ी मांग रहे हैं। दोनों का कहना हैं कि उन्हें पता नहीं था वह जिस जगह वह वीडियो बना रहे हैं। वह जैन धर्म से जुडी प्रतिमाएं हैं।
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