मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के खनियाधाना में लोकायुक्त की टीम ने सोमवार को पटवारी मनोज निगम को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। पटवारी ने खसरे में नाम सुधार के लिए हनुमंत सिंह से रिश्वत मांगी थी।
ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर पटवारी को पकड़ा।
हनुमंत सिंह ने इस मामले की शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय में की। सोमवार को जब वह बाकी पैसे देने पटवारी के घर पहुंचे, लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता हनुमंत सिंह की बुआ के पिता का नाम खसरे में गलत दर्ज था। 'मथरी' की जगह 'मथुरा' लिखा गया था। नाम सुधार के बिना रजिस्ट्री नहीं हो सकती थी। इसलिए हनुमंत सिंह ने पटवारी मनोज निगम से संपर्क किया।
पटवारी ने शुरू में 10 हजार रुपए की मांग की। बातचीत के बाद 5 हजार रुपए में डील तय हुई। शिकायतकर्ता ने पहली किस्त के रूप में शनिवार को पटवारी को 2 हजार रुपए दिए थे। बाकी 3 हजार रुपए सोमवार को देना तय हुआ।सोमवार को जब वह बाकी पैसे देने पटवारी के घर पहुंचे, लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते पकड़ लिया।
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