राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय कृषि महाविद्यालय ग्वालियर से आए 25 कृषि स्नातक चतुर्थ वर्ष के छात्र जो ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के लिए कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी के समन्वय में ग्राम रातोर में कृषि कार्य अनुभव कर रहे हैं। उनके द्वारा किसानों के लिए के लिए परीक्षण सह प्रदर्शन गेहूं फसल में पोषक तत्वों नाइट्रोजन फास्फोरस एवं पोटाश की पूर्ति के लिए उर्वरकों के अलग-अलग विकल्पों की माध्यम से पोषक तत्वों की पूर्ति करने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी पर लगाया गया। इस परीक्षण सह प्रदर्शन का उद्देश्य किसानों के भ्रम को दूर करते हुए संतुलित और अनुशंसित मात्रा में ही पोषक तत्वों की पूर्ति करना है। पोषक तत्वों की संतुलित एवं अनुसूचित मात्रा में पूर्ति के लिए विकल्प 1 में यूरिया सुपर फास्फेट एवं पोटाश विकल्प 2 में एनपीके ग्रेड के माध्यम से तथा डीएपी के विकल्प के तौर पर तुलनात्मक अध्ययन करते हुए फसल को होने वाली पोषक तत्वों की पूर्ति एवं उत्पादन पर पड़ने वाले प्रभाव को जांचना है। यह प्रदर्शन कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी के प्रमुख डॉ पुनीत कुमार के निर्देशन में केंद्र के वैज्ञानिक डॉ एमके भार्गव एवं डॉ पुष्पेंद्र सिंह द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र शिवपुरी के प्रक्षेत्र पर एक एकड़ में लगाया गया। जिसमें कृषि छात्रों के माध्यम से समय-समय पर आंकड़े संग्रहित करते हुए प्रदर्शन के परिणामों से किसानों को उर्वरकों के विकल्प और पोषक तत्व की पूर्ति के बारे में बताया जाएगा जो किसानों के भ्रम को दूर करते हुए संतुलित और अनुशंसित मात्रा में पोषक तत्वों की पूर्ति की राह दिखाएगा।

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