भोपाल। देश भर में 1 दिसंबर से नेशनल हाईवे पर बिना फास्टैग लगाए वाहन चलाना महंगा पड़ेगा। नेशनल हाईवे के टोल बैरियर पर अब एक ही लेन सामान्य रहेगी, बाकी सभी लेन फास्टैग ऑपरेटेड होगी। ऐसे में बिना फास्टैग स्टीकर लगा वाहन अगर फास्टैग लेन से गुजरा तो उसे दो गुना टोल जमा कराना होगा। वहीं सामान्य वाहनों के लिए एक ही कैश लेन होने से वहां वाहनोंं की लंबी कतार लगने की पूरी संभावना है।
उधर फास्टैग लगे वाहन वाहन 4० से 80 की स्पीड पर अपना वाहन पास कर सकेंगे। उन्हें टोल टेक्स चुकाने के लिए अपना वाहन रोकने की भी जरूरत नहीं होगी। टोल पर लगे कैमरों की आरएफआईडी रीड करने की क्षमता 50 मीटर से अधिक दूर होगी।
मध्य प्रदेश में नेशनल हाइवे पर 45 टोल प्लाजा हैं। इन टोल प्लाजा पर वसूली के लिए वर्तमान में एक से दो लेने इलेक्ट्रॉनिक टोल की हैं और दो से चार कैश लेन हैं। एक दिसम्बर से अब एक को छोड़कर सभी लेन इलेक्ट्रानिक टोल की हो जाएंगी। इतना ही नहीं फास्टैग रेडियो फ्रिक्वैसी आईडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) लैस वाहनों से फास्टैग टोल नाकों पर तय दर से कम राशि वसूली जाएगी।
शासकीय वाहनों में फास्टैग लगाने के निर्देश
केंद्र ने राज्य सरकार को सभी शासकीय वाहनों में फास्टैग लगाने के निर्देश दिए हैं। इलेक्ट्रानिक टोल से गुजरने वाले शासकीय वाहनों को भी टोल देना होगा, चाहे वह भले ही एमपी 02 से रजिस्ट्रेशन हो। ऐसे में नेशनल हाईवे से गुजरने वाले सांसद-विधायकों से लेकर अफसरों तक को टोल चुकाना होगा। आटोमैटिक टोल राशि कटने के बाद संबंधित के बैंक खाते में पैसा वापस आ जाएगा। विभागों को आरएफआईडी लेते समय एकाउंट नम्बर और ईमेल आईडी देना होगा। जिससे उन्हें रसीद भेजी जाएगी और राशि वापस की जा सके।
सामान्य वाहन लेट होने पर नहीं कर पाएंगे क्लेम
अब तक नेशनल हाईवे के टोल बैरियर पर दो-तीन मिनट से ज्यादा समय लगने पर वाहन चालकों से राशि नहीं वसूलने का प्रावधान है। यह नियम अब फास्टैग वाहनों पर तो लागू रहेगा लेकिन सामान्य वाहन इसका लाभ नहीं ले पाएंगे। सिंगल लेन होने से लंबी कतार में लगने वाले समय की जिम्मेदारी अब एनएचएआई की नहीं रहेगी।
कहां होगा फास्टैग रिचार्ज और आरएफआईडी चिप
आरएफआईडी चिप सभी टोल प्लाजा पर मिलेगा। इसे बेचने और रिचार्ज करने के लिए एक काउंटर अलग से बनाया गया है। इसके अलावा इसे सभी पेट्रोल पंपों के माध्यम से वाहन चालकों को स:शुल्क उपलब्ध कराया जा सकेगा। पेटियम, अमेजॉन, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, यूनियन, एक्सिस बैंक सहित एक दर्जन बैंकों के माध्यम से फास्टैग रिचार्ज को रिचार्ज कराया जा सकेगा। इसके अलावा आन लाइन भी इसे रिचार्ज कराया जा सकेगा।
ऐसे मिलेगा फास्टैग
फास्टैग खरीदने के लिए वाहन मालिकों को वाहन का पंजीयन, वाहन मालिक की फोटो, वाहन मालिक के केवाइसी दस्तावेज एवं एड्रेस प्रूफ के दस्तावेज देना होगा। जिन वाहनों में पहले से फास्टैग लगा हुआ है उन्हें एटिवेट कराकर उसे रिचार्ज करना पड़ेगा।
ऐसे समझे फास्टैग को ऐसे समझें
- फास्टैग रेडियो फ्रिक्वैसी आईडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) लैस स्टीकर है, जो कार, ट्रक, जीप, बस सहित अन्य वाहनों सामने वाले कांच पर लगाया जाता है।
- वाहन जब टोल प्लाजा पर फास्टैग लेन में आते हैं तब टोल पर लगा सेंसर आरएफआईडी चिप पर संग्रहित आपके वाहन की जानकारी स्कैन करता है, इसके बाद नाका अपने आप खुल जाता है।
- वाहन जब टोल प्लाजा पर फास्टैग लेन में आते हैं तब टोल पर लगा सेंसर आरएफआईडी चिप पर संग्रहित आपके वाहन की जानकारी स्कैन करता है, इसके बाद नाका अपने आप खुल जाता है।
- टोल पर लगा सेंसर इस चिप को अपने अकाउंट से उचित शुल्क काट लेता है।
फास्टैग की खास बातें
-- हर भुगतान पर ग्राहकों को 2.5 फीसदी की कैशबैक का लाभ मिलेगा।
- इलेक्ट्रानिक प्रक्रिया द्वारा वाहन चालक बिना रुके टोल भुगतान कर सकते हैं।
- समय की बचत होगी।
- समय की बचत होगी।
- टोल प्लाजा पर लंबी कतार में चालकों को अपनी बारी का इंतजार नहीं करना होगा।
-पेट्रोल, डीजल की बचत होगी, प्रदूषण भी नहीं होगा।
-पेट्रोल, डीजल की बचत होगी, प्रदूषण भी नहीं होगा।
- इलेक्ट्रानिक भुगतान से टोल टैक्स में धोखाधड़ी शून्य हो जाएग।
- छुट्टे पैसे की भी समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
- छुट्टे पैसे की भी समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
- फास्टैग के लागू होने से पेपर रसीद, अमान्य हो जाएगी। पर्यवरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
यहां पर एनएचएआई टोल
- सिवनी जिले में अलोनिया, कटनी बाईपास, ललितपुर-सागर रोड में बकोली, ग्वालियर बाडर, ग्वालियर बरेठा, बरोरा देवास, मुलतई-छिंदवाड़ा- सिवनी, ललितपुर लखनादौन, मुरैना- ग्वालियर, दत्तीगांव, छिंदवाड़ा रिंग रोड, गुना बाईपास, ग्वालियर बाईपस, इंदौर-देवास, आगर मालवा-नरसिंगपुर, आगर-धौलपुर, छिंदवाड़ा- आगरमालवा, सिवनी-छिंदवाड़ा, रीवा-सीधी, इंदौर-खलघाट, खलघाट बार्डर, नागपुर-बैतूल, स्लिमनाबाद- कटनी, रीवा वाईपास, देउरी-सागर, कटनी उमरिया, ललितपुर-लखनादौन, शावनेर- बैतूल, रीवा-कटनी-जबलपुर, ग्वालियर-शिवापुरी, मंडला-चिल्पी, पार्वती-बर्गी मार्ग, नागरपुर-शिवनी-बैतूल, शहडोल अनूपपुर, व्यावरा-देवास, जबलपुर-मंडला, इंदौर-खलघाट, ललितपुर-लखनादौन।
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