ग्वालियर. एमपी ऑनलाइन की दुकान में रेलवे के इ-टिकट बनाने का कारोबार धड़ल्ले से चलते मिला है। आरपीएफ ने डिटेक्टिव विंग के साथ दुकान पर छापा मारकर करीब 50 हजार कीमत के इ-टिकट पकड़े हैं। आरोप ने खुलासा किया कई दिन से आइआरटीसी के जरिए निजी यूजर आइडी से इ-टिकट बनाकर बेच रहा था। आरोपी के साथ आरपीएफ दुकान से कंम्प्यूटर, प्रिंटर और टिकट छापने के लिए इस्तेमाल कागज के रोल उठा लाई हैं।
आरपीएफ टीआइ आनंद पांडेय ने बताया हजीरा की पुलिया नंबर 9 पर नीरज साइबर जोन में एमपी ऑनलाइन की आड़ में इ-टिकट बनाने का धंधा चल रहा है। मुखबिर की टिप रविवार देर रात दबिश दी। दुकान संचालक नीरज (31) पुत्र द्वारिका साहू निवासी बिरलानगर मिल गया। दुकान की तलाशी में बने हुए इ-टिकट मिले तो नीरज ने हामी भरी कि वह ऑनलाइन की आड़ में यह कारोबार करता है। लोगों को कन्फर्म टिकट देता है तो उसके यहां टिकट बनवाने वालों की भीड़ भी लगती है। अवैध इ टिकट बनाने में नीरज को गिरफ्तार किया गया।
उसके कंम्प्यूटर खंगाले तो इस आइडी से 2578 रु के एडवांस टिकट और करीब 47455 रुपए के 46 टिकट का डिटेल मिला जिसका सफर हो चुका था। आरोपी से 50,033 रुपए के इ टिकट का लेखा जोखा मिला।
आरपीएफ टीआइ आनंद पांडेय ने बताया हजीरा की पुलिया नंबर 9 पर नीरज साइबर जोन में एमपी ऑनलाइन की आड़ में इ-टिकट बनाने का धंधा चल रहा है। मुखबिर की टिप रविवार देर रात दबिश दी। दुकान संचालक नीरज (31) पुत्र द्वारिका साहू निवासी बिरलानगर मिल गया। दुकान की तलाशी में बने हुए इ-टिकट मिले तो नीरज ने हामी भरी कि वह ऑनलाइन की आड़ में यह कारोबार करता है। लोगों को कन्फर्म टिकट देता है तो उसके यहां टिकट बनवाने वालों की भीड़ भी लगती है। अवैध इ टिकट बनाने में नीरज को गिरफ्तार किया गया।
उसके कंम्प्यूटर खंगाले तो इस आइडी से 2578 रु के एडवांस टिकट और करीब 47455 रुपए के 46 टिकट का डिटेल मिला जिसका सफर हो चुका था। आरोपी से 50,033 रुपए के इ टिकट का लेखा जोखा मिला।
इन आइडी से टिकट
नीरज आइआरटीसी के जरिए प्राइवेट यूजर आइडी नीरज1487, मोदी9, सुनील यू व नीरज एमओ के जरिए इ टिकट बनाता था।
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