शिवपुरी. शहर के देहात थाना अंतर्गत कोटा गांव में सोमवार को हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में मंगलवार को भी पीडि़त परिजन व उनके साथी दोनों शवों को गांव के रास्ते में रखकर अपनी कुछ मांगो को लेकर पुलिस व प्रशासन के सामने अड़े रहे। काफी जद्दोजहद के बाद कलेक्टर व एसपी ने परिवार की मांगों को मानते हुए एक महिला को अतिथि शिक्षक की नौकरी, दोनों मृतकों के परिजनों को 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता, 6 बंदूक लाइसेंस, फरार आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम व दोनों परिवारों के लिए मुख्यमंत्री कोष से आर्थिक सहायता दिलाने का प्रस्ताव भेजा है। सभी मांगे मानने के बाद दोनों शवों का कोटा गांव में शाम को अंतिम संस्कार किया गया। पूरे घटनाक्रम के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
बीते रोज ग्राम कोटा में हुए हत्याकांड के मामले में आरक्षक सहित 11 लोगों ने मिलकर दीपक कुशवाह व उसके चचेरे भाई प्रेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा घटना में दीपक के पिता सहित अन्य लोग मिलाकर 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पुलिस ने सोमवार की शाम को ही दोनों शवों के पीएम करा लिए थे, लेकिन परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे एसपी राजेश सिंह चंदेल पीएम हाउस पर पहुंचे और पीडि़त परिवार से उन्होंने 6 बंदूक लाइसेंस, लाइसेंस न बनने तक परिवार की सुरक्षा के लिए 1-4 का गार्ड तथा हर संभव मदद का आश्वासन दिया जिसके बाद शवों को ग्राम कोटा के लिए रवाना कर दिया गया। इसके बाद जैसे-तैसे शव कोटा गांव के आधे रास्ते तक पहुंचे तभी उन्हें रोक लिया गया। यहां पर परिजनों सहित समाज के लोग कलेक्टर व एसपी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए। इस पर से एक घंटे बाद कलेक्टर अनुग्रहा पी व एसपी चंदेल मौके पर पहुंचे।
गांव पहुंचने से पूर्व रास्ते में बुलाए कलेक्टर एसपी
अधिकारियों से चर्चा के बाद पीएम हाउस से शव लेकर रवाना हुए परिजनों ने गांव पहुंचने से पूर्व रास्ते में शव रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया और पिर से कलेक्टर व एसपी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। इस पर से एक घंटे बाद कलेक्टर अनुग्रहा पी व एसपी चंदेल मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को समझाइश देकर फिर से कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर परिजन अंतिम संस्कर के लिएश् ाव ले गए।
अधिकारियों से चर्चा के बाद पीएम हाउस से शव लेकर रवाना हुए परिजनों ने गांव पहुंचने से पूर्व रास्ते में शव रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया और पिर से कलेक्टर व एसपी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे। इस पर से एक घंटे बाद कलेक्टर अनुग्रहा पी व एसपी चंदेल मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को समझाइश देकर फिर से कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर परिजन अंतिम संस्कर के लिएश् ाव ले गए।
जब पुलिस से हुई तीखी बहस
शवों को हाईवे पर रखकर चक्काजाम की बात करने पर पिछोर एसडीओपी देवेन्द्र सिंह कुशवाह सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से इन युवाओं से बहस भी हुई और युवाओं ने कहा कि हम भी पुलिस की लाठी व गोली खा लेंगे, लेकिन अपने लोगों को न्याय दिलाकर रहेंगे। आखिर में मृतक दीपक के पिता व समाज के लोगों की बैठक पुलिस कंट्रोल रूम में कलेक्टर व एसपी से हुई जहां ऊपर दी गई सभी मांगे मान ली गई्र।
शवों को हाईवे पर रखकर चक्काजाम की बात करने पर पिछोर एसडीओपी देवेन्द्र सिंह कुशवाह सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से इन युवाओं से बहस भी हुई और युवाओं ने कहा कि हम भी पुलिस की लाठी व गोली खा लेंगे, लेकिन अपने लोगों को न्याय दिलाकर रहेंगे। आखिर में मृतक दीपक के पिता व समाज के लोगों की बैठक पुलिस कंट्रोल रूम में कलेक्टर व एसपी से हुई जहां ऊपर दी गई सभी मांगे मान ली गई्र।
आरोपियों पर 10-10 हजार का इनाम, एक महिला को अतिथि शिक्षक की नौकरी, 20-20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता, मुख्यमंत्री कोष से सहायता सहित 6 बंदूक लाइसेंस देने का परिवार को आश्वासन दिया है। इसके बाद परिवारजनों ने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा तथा मामले की बारीकी से पड़ताल की जा रही है। इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
राजेश सिंह चंदेल, एसपी, शिवपुरी
राजेश सिंह चंदेल, एसपी, शिवपुरी
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