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लॉकडाउन में ढील, बाजार में उमड़ी भीड़ shivpuri news


शिवपुरी। शिवपुरी शहर में सोमवार को प्रशासन ने लॉकडाउन में खुल रहे बाजार की समय सीमा में ढील क्या दी, बाजार में भारी-भरकम भीड़ उमड़ आई, जिसे देखकर ऐसा लगा मानो लंबे समय से कैद में बंद लोग खुली हवा में सांस लेने आए हों। आवश्यक वस्तुओं की दुकानों सहित इलेक्ट्रिकल व सेनेट्री सहित मिस्त्रियों की दुकान खोलने की परमिशन की आड़ में मोबाइल, कपड़े, केक वाले ने भी अपनी दुकान खोल ली।
सूचना मिलते ही पुलिस ने अवैध रूप से खोली गर्इंं दुकानों पर छापामारी शुरू कर दी। ऐसी दुकानों के संचालकों को पुलिस वाहन में बिठाकर कोतवाली ले जाया गया। इसका असर यह हुआ कि दुकान खोलने की परमिशन देने वाले एसडीएम के कार्यालय पर परमिशन के लिए भीड़ लग गई। बाजार में मेडिकल स्टोर से लेकर बैंकों के बाहर आज सोशल डिस्टेंसिंग ताक पर रखी नजर आई, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने वाले एसडीएम के कार्यालय पर भी इसकी धज्जियां उड़ती नजर आईं।
कोरोना के संक्रमण से मुक्त हुए शिवपुरी में बीते 26 मार्च से कोई पॉजीटिव मरीज न मिलने की वजह से शासन के आदेश पर प्रशासन ने कुछ जरूरी दुकानों को भी खोले जाने की इजाजत देने के साथ ही लॉकडाउन में जो बाजार सुबह 7 बजे से 11 बजे तक खुलता था, उसकी समय सीमा बढ़ाकर शाम 5 बजे तक कर दी। प्रशासन ने यह ढील इसलिए दी, ताकि लोगों को जरूरत का सामान आसानी से मिल सके तथा जल्दबाजी में दुकानों पर भीड़ लगाने की बजाए वे दूरी बनाकर इन दस घंटों में आसानी से खरीदारी कर सकें, लेकिन इसका असर यह हुआ कि शहर सहित आसपास के गांव में यह मैसेज पहुंच गया कि आज तो पूरा बाजार खुलेगा और जरूरत का सभी सामान मिलेगा।
इसलिए लोगों की भारी-भरकम भीड़ सुबह से ही बाजार में नजर आने लगी। कपड़े, गुटखा-पाउच, केक, मोबाइल आदि की दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं है, लेकिन इस भीड़भाड़ में यह प्रतिबंधित दुकानें भी खुल गईं, चूंकि बाजार में भीड़ बढ़ी, तो हर रोज सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए दवा लेने वालों से लेकर जनधन के पैसे निकालने वाले भी आज दूरी छोड़कर चिपक कर खड़े नजर आए। इतना ही नहीं, हर दिन मास्क लगाकर निकलने वाले भी ऐसे चेहरे खोलकर आए, मानो कोरोना बाय-बाय करके चला गया हो।
बिना केक के मनाएं बर्थ-डे
लॉकडाउन के दौरान कई लोगों के जन्मदिन भी आए, लेकिन केक की दुकानें बंद होने से उन परिवारों ने बिना केक के ही बर्थ-डे मना लिया। ऐसे में बच्चों को तिलक करने के साथ ही उन्हें पैसे देकर उन्हें हैप्पी बर्थडे की बधाई दी। पुलिस लाइन में रहने वाले बृजेश रजक ने अपने बेटे के जन्मदिन को केक काटकर धूमधाम से मनाने का प्लान बनाया था, लेकिन लॉकडाउन में केक की दुकान बंद होने से बेटे को तिलक कर पैसे देकर बर्थडे मनाया, लेकिन बच्चे के चेहरे पर केक काटने वाली खुशी नजर नहीं आई।
ठेले पर लेट बैंक पहुंची महिला
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स पर तो हालात यह रहे कि एक महिला के परिजन उसे चार पहिया ठेले पर लेकर बैंक पहुंच गए। जब घोसीपुरा कमलागंज निवासी उक्त महिला कनीज खान के से जब यह पूछा गया कि उन्हें चार पहिया ठेले पर लाने की जरूरत आखिर क्यों पड़ी? तो महिला का कहना था कि पैसों की जरूरत थी, इसलिए वह वृद्धावस्था पेंशन निकलवाने के लिए चार पहिए के ठेले पर आई है।

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