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सीमाओं पर पुलिस तैनात, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक shivpuri news


शिवपुरी। शिवपुरी में प्रदेश के दूसरे जिलों के अलावा राजस्थान व उत्तरप्रदेश की सीमाओं पर पुलिस बल 24 घंटे तैनात होकर बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं करने दे रहा।
दूसरे राज्यों की सीमा पर वाहन नहीं आ रहे, लेकिन शिवपुरी जिले के किसी गांव में रहने वाले लोग पैदल जब आते हैं, तो उनकी स्क्रीनिंग करने के साथ ही गांव के संबंधित थाने को सूचना देकर उसे होम क्वाारंटाइन करवा रहे हैं।
शिवपुरी में हालात सुधरने के साथ ही जिला कोरोना संक्रमण मुक्त हो गया है, ऐसे में बाहर से आने वालों की विशेष नजर की दरकार है। इस पर यदि पूरी तरह कंट्रोल कर लिया तो जिले को कोरोना मुक्त कहने में हम सभी कामयाब होंगे।
खरई चेकपोस्ट अंतर्राज्यीय नाका है, जहां पर राजस्थान की सीमा है। यहां पर तेंदुआ थाना पुलिस के अलावा एसडीओ फोरेस्ट व स्वास्थ्य विभाग टीम मौजूद रहती है। तेंदुआ थाना प्रभारी अरविंद चौहान ने बताया कि चेक पोस्ट से केवल अनुमति प्राप्त वाहन व खाघान्न लेकर आ रहे ट्रकों को ही निकलने दिया जा रहा है।
लेकिन उन वाहनों को अच्छे से चैक कर रहे हैं, कि उसमें कोई बाहरी व्यक्ति तो सवार नहीं है। वाहनों की चेकिंग के साथ ही वहां से पैदल निकलने वालों के भी नाम पता पूछने के बाद पहले यह पुष्टि करते हैं कि वो इसी जिले का मजदूर है, जो बाहर मजदूरी करने गया था।
इसकी पुष्टि के बाद पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम स्क्रीनिंग करती है और फिर हम उसके गांव के नजदीकी थाने पर सूचना देते हैं कि उक्त व्यक्ति अपने गांव आ रहा है, इसे होम क्वारंटाइन करवाया जाए।
चौहान ने बताया कि हमारी पूरी टीम दिन-रात नजर बनाए हुए है। इस दौरान कई समाजसेवी संस्थाएं हर दिन 50 से 60 खाने के पैकेट हमारे यहां भेज रही हैं, यह पैकेट हम खाघान्न लेकर जाने वाले ट्रक स्टाफ के अलावा पैदल अपने गांव वापस आने वालों को खिलवा रहे हैं।
खेतों पर जो किसान सीमा पार करके काम करने जा रहे हैं, उनका भी पूरा पता-ठिकाना लिखने के बाद ही जाने की परमिशन दे रहे हैं।
रक्सा बेरियर पर भी हो रही चेकिंग
मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश की सीमा कोटा-झांसी फोरलेन पर दिनारा अंतर्गत रक्सा बेरियर है। यहां पर पुलिस के अलावा स्वास्थ्य विभाग टीम तैनात रहती है।
पॉजीटिव ने खुद को किया था कमरे में बंद, बनाया था वीडियो
कोरोना फैलने से रोकने के लिए हर एक व्यक्ति को खुद जागरूक होना पड़ेगा। ज्ञात रहे जिले के दूसरे कोरोना पॉजीटिव खनियांधाना निवासी समीर कुरेशी जब अपने पिता को हैदराबाद से दिखाने के बाद वापस आया था, तो उसने खुद की तबियत खराब महसूस की।
अहसास होते ही समीर ने परिजनों से दूरी बनाकर खुद को कमरे में बंद कर लिया था। इतना ही नहीं जब उसे स्वास्थ्य विभाग की टीम लेने नहीं पहुंची तो उसने खुद का वीडियो बनाकर वायरल किया।
ऐसा करके समीर ने खुद के साथ परिजन व अन्य लोगों को संक्रमण से बचाया। ऐसी जागरूकता हर किसी में होना जरूरी है। यदि स्वयं को कोई लक्षण नजर आ रहे हैं, तो खुद ही जाकर जांच करवाएं, ताकि संक्रमण से दूसरे बच सकें।
आश्रय गृह में नहीं रूका कोई
शिवपुरी के विधानसभा क्षेत्रों में आश्रय गृह बनवाए गए, इनमें बाहर से आने वाले मजदूरों व अन्य लोगों को 14 दिन तक रोकने के बाद उन्हें अपने गांव वापस भेजने के लिए यह बनवाए गए।
जिले भर के आश्रय गृह के नोडल अधिकारी बनाए गए जिला पंचायत सीईओ एचपी वर्मा से जब पूछा कि अभी तक जिले में बनाए गए इन आश्रय गृहों में कितने लोग रूके?, तो उन्होंने कहा कि अभी तक कोई नहीं आया और ना ही रूका है।

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