खाद्य विभाग द्वारा मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत शहर में लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन इस पर भी सवाल उठने लगे हैं। बीते 6 महीने में कई दुकानों से मिठाई के 200 से अधिक सैंपल लिए गए, जिनमें से 157 फेल हो गए। अब ऐसे दुकानदारों को नोटिस भेजकर सुनवाई का अवसर दिया गया है, यानी कार्रवाई किसी के खिलाफ नहीं की गई।
दूसरी ओर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) द्वारा 6 महीने पहले शोकेस में रखी जानी वाली मिठाई की ट्रे पर मिठाई बनाने की अवधि और एक्सपायरी डेट का टैग लगाने का नियम भी अब बेअसर साबित हो रहा है।
शहर में 120 से अधिक दुकानों में नमकीन और मिठाई की बिक्री होती है। हाल यह है कि इनमें से सिर्फ 20 फीसदी दुकानों पर ही मिठाई की ट्रे के ऊपर तारीख और अवधि का टैग है। होली त्योहार के चलते दैनिक भास्कर ने शहर की अलग-अलग मिठाई की दुकानों पर ग्राहक बनकर जायजा लिया तो पता चला कि मिठाई वालों को नियमों की परवाह नहीं है। उनकी बेफिक्री की अहम वजह खाद्य विभाग की सुस्ती है।
ये कैसी सख्ती... सैंपल फेल होने वाले दुकानदारों को सिर्फ नोटिस और समझाइश
- 120 से अधिक दुकानों में नमकीन और मिठाई की बिक्री होती हैं
- 20% ने ही मिठाई की ट्रे पर लिखा है कब बनी और एक्सपायरी डेट
बाग मुगालिया क्षेत्र की एक दुकान में ट्रे पर टैग मिले। दुकानदार ने कहा कि कोई चैक करने नहीं आता। भोज मार्केट में स्थित एक बड़ी दुकान में किसी ट्रे के ऊपर टैग नहीं था। पूछने पर दुकानदार ने कहा कि हम तो हर दिन नया माल बनाते हैं। यह बचता ही नहीं हैं।
मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत शिकायत मिलने पर चैकिंग करते हैं।
ट्रे पर तारीख लिखने वाले नियम की कैसे जांच करते हैं?
चैकिंग जारी है, जो नहीं लिख रहे, उनके यहां से सैंपल लेकर कार्रवाई की जाएगी।
होली आने वाली है, लेकिन कई दुकानों पर मिठाई की ट्रे पर तारीख और अवधि नहीं लिखी जा रही हैं?
यह गलत है। इसके खिलाफ जांच करेंगे।
लाइसेंस कैंसिल करने का नियम
यह जवाब मिले
चैकिंग जारी है, जो डेट नहीं लिख रहे उनके सैंपल लेकर कार्रवाई करेंगे
सीधी बात - अरुणेश कुमार पटेल, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी
शहर में मिठाई की दुकान पर चैकिंग किस तरह की जाती है?
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