Music

BRACKING

Loading...

भावुक विदाई:पैरों में बिछाई फूल की पंखुड़ियां, किसी राज्यपाल को पहली बार ऐसी विदाई



भोपाल कोई राज्यपाल राजभवन से विदाई ले रहा हो और परिसर के लोग उनके पैरों पर फूल की पंखुड़ियां बिछाएं, ऐसा नजारा शायद ही कहीं दिखे। पर गुरुवार को भोपाल के राजभवन में यह नजारा देखने को मिला। मौका था मप्र की निवृत्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की विदाई का।

राजभवन परिसर में रहने वाले परिवारों की महिलाएं, पुरुष और बच्चे अपने हाथों से उनके पैरों पर पंखुड़ियां बिछा कर पांव छू रहे थे। भावुक मन से उन्हें विदाई दी गई। पटेल के प्रति यह स्नेह यूंही नहीं था। उन्होंने राजभवन परिसर में रहने वाले परिवारों और खासतौर पर वहां के बच्चों के लिए कुछ ऐसे काम किए, जो उनसे पहले कोई नहीं कर पाया था। सबसे बड़ा काम परिसर में रहने वाले राजभवन के कर्मचारियों के लिए 100 साल पुराने मकानों को संवारने का था। करीब सवा 13 करोड़ से मकान संवारे गए। यहां 84 नए मनव नियुक्त राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने गुरुवार को शपथ ग्रहण कर कार्यभार संभाल लिया। इसके बाद उन्होंने सबसे पहले आदिवासयों की सुध ली। कार्यभार संभालने के बाद वे जनजातीय अनुसंधान एवं विकास संस्था पहुंचे और उसके काम की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट भी कर दिया कि आदिवासी क्षेत्र पर उनका विशेष ध्यान रहेगा। पटेल ने कहा है कि जनजातीय विकास का आधार शिक्षा में प्रगति है। जनजातीय क्षेत्र का होने और उनके बीच किए गए काम के अनुभव के आधार पर यह बात कह रहा हूं। विकास के काम को अधिक गति देने के लिए वे स्वयं आदिवासी क्षेत्रों का सघन दौरा करेंगे। राज्यपाल ने जनजातीय संग्रहालय का भ्रमण भी किया।

निवृत्तमान राज्यपाल भी रही मौजूद-शपथ ग्रहण समारोह में निवृत्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी चर्चा का विषय रही। परंपरानुसार राज्यपाल के शपथ ग्रहण समाराेह में पूर्ववर्ती राज्यपाल मौजूद नहीं रहते।

मंगूभाई पटेल बने नए राज्यपाल, शपथ समारोह में आनंदीबेन भी मौजूद रहीं

मप्र के नव नियुक्त राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने गुरुवार को शपथ ग्रहण के साथ कार्यभार संभाल लिया। उन्हें हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने राजभवन में शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में निवर्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी चर्चा का विषय रही। परंपरानुसार राज्यपाल के शपथ ग्रहण समाराेह में पूर्ववर्ती राज्यपाल नहीं रहते। आनंदी बेन यूपी की राज्यपाल हैं मप्र का उनके पास अतिरिक्त प्रभार था, इसलिए विदाई के बावजूद वे समारोह में मौजूद रहीं। सीएम शिवराज सिंह, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और पूर्व सीएम कमलनाथ साथ बैठे थे। शपथ में इनका साथ चर्चा का विषय रहा।कान भी बनाए गए। इनमें बच्चों के लिए स्टडी टेबल व वार्डरोब लगवाई गई।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ