शिवपुरी शहर की जनता काे करीब 100 करोड़ के सीवर प्रोजेक्ट का अभी तक लाभ नहीं मिल पाया है। प्रोजेक्ट का काम शुरू हुए दस साल बीत गए हैं। मौजूदा स्थिति में भी 150 मीटर सीवर लाइन बिछना बाकी है। दरअसल पिछले साल ठाकुर बाबा पहाड़ी पर 700 मीटर खुदाई शेष रह गई थी। ठोस पत्थर की वजह से ठेकेदार एक साल में 550 मीटर पहाड़ खोदकर सीवर लाइन बिछा पाया। अब शेष डेढ़ सौ मीटर में खुदाई का काम दिसंबर तक पूरा कराने पर जोर दिया जा रहा है। यहां खुदाई पूरी करने के लिए तीन पोकलेन मशीन लगाई गई हैं।
शिवपुरी शहर में सीवर प्रोजेक्ट का काम साल 2013 से प्रारंभ किया गया था। शिवपुरी शहर से खुदाई चालू कराकर लाइन बिछा देने से बदतर हालात हो गए थे। किसी तरह सड़कें मंजूर हुईं और लोगों को राहत मिलना शुरू हुई। शहर में लाइन बिछने के चार साल बाद भी प्रोजेक्ट का काम पूरा नहीं हो सका है। साल 2021 में ठाकुर बाबा पहाड़ी पर 700 मीटर खुदाई शेष बची थी। नवंबर 2022 की स्थिति में 550 मीटर खुदाई करके सीवर लाइन बिछाई है, अब शेष 150 मीटर में खुदाई जारी है।
यदि दिसंबर में खुदाई पूरी कर सीवर लाइन बिछा दी जाती है तो जनवरी 2023 में सीवर प्रोजेक्ट पूरा होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि साल 2013 में काम चालू हुआ, तक सीवर प्रोजेक्ट की लागत महज 67 करोउ़ रुपए थी। काम अटकता चला गया और इस बीच तीन बार रिवाइज एस्टीमेट बनने से लागत 94 करोड़ पहुंच गई है। अन्य कामों को मिलाकर लागत लगभग 100 करोड़ पहुंच रही है।
40 हजार घरों में सीवर कनेक्शन कौन करेगा, यह भी अब तक नहीं हुआ तय
सीवर प्रोजेक्ट का काम भले ही नए साल में पूरा होने की उम्मीद हो लेकिन शहर में 40 हजार घरों में सीवर कनेक्शन को लेकर अभी तक एजेंसी तय नहीं हो सकी है। सीवर प्रोजेक्ट का काम वर्तमान में पीएचई करा रही है। सीवर कनेक्शन का काम पीएचई ही करेगी या नगर पालिका, इसे लेकर जिम्मेदारी तय नहीं की जा सकी है। जब तक कनेक्शन नहीं होंगे, लोगों को प्रोजेक्ट का लाभ नहीं मिल पाएगा। जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। एजेंसी तय न होने से भी काम में लगातार देरी हो रही है। सीवर प्रोजेक्ट के तहत इसमें 40 हजार घरों में कनेक्शन होना हैं, पर अब तक इसमें किसी भी प्रकार की प्रक्रिया न होने से लोगों को प्रोजेक्ट का लाभ मिलता अभी नजर नहीं आ रहा है।
सीवर लाइन पूरी होने के इंतजार में 4 साल से बिजली कनेक्शन नहीं लिया
घसारही के ठीक नीचे झांसी रोड किनारे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट चार साल पहले बनकर तैयार है। दिल्ली के ठेकेदार द्वारा मशीनें आदि लाकर रख दी हैं। सीवर लाइन पूरी होने के इंतजार में ट्रीटमेंट प्लांट पर बिजली कनेक्शन नहीं लिया है। हालांकि अब लाइन का काम जल्द पूरा होने की उम्मीद है। ऐसे में ट्रीटमेंट प्लांट की टेस्टिंग भी हो जाएगी।
पोल शिफ्टिंग हो गई
"सीवर लाइन बिछाने के लिए बहुत ही कम एरिया बचा है, जिसमें तीन पोकलेन मशीनें चल रहीं हैं। पोल शिफ्टिंग भी हो गई है, अब सिर्फ खुदाई का काम बचा है। नए साल की शुरुआत में सीवर प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जाएगा।"

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