राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत होगी सर्जरी
।। शिवपुरी 23 मई 2025।। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत तीन बच्चों के नेत्र आपरेशन संभाग के सुप्रसिद्ध प्रायवेट हॉस्पीटल रतन ज्योति ग्वालियर में कराए जाएंगे। जिनका व्यय शासन द्वारा वहन किया जाएगा। इन बच्चों को 80 हजार रूपए के स्वीकृति पत्रों का वितरण शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन जी द्वारा किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत जन्म से 18 बर्ष तक के बच्चों का विभिन्न प्रकार की बीमारियों, सभी प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक विकलांगता, सभी प्रकार की रक्त एवं वीटामिन की अल्पता तथा एवं बच्चों के विकास में होने वाले विलम्ब का उपचार किया जाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात विकृतियों का निःशुल्क आपरेशन प्रदेश के ख्यातीनाम शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में कराया जाता है।
डॉ संजय ऋषीश्वर ने बताया कि शिवपुरी विधानसभा के तीन मोतियांबिन्द से ग्रसित बच्चों को आज माननीय विधायक देवेन्द्र जैन जी द्वारा आपरेशन कराने के लिए स्वीकृति पत्रों का वितरण कर शुभकामनाएं प्रेषित की गई। इस अवसर पर जिला टीकारकण अधिकारी डॉ अलका त्रिवेदी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनीता पाल, जिला मीडिया अधिकारी अखिलेश शर्मा , एलडीसीएमआईएस सुनील जैन, कमल बाथम, आशा कार्यकर्ता रेनू उपस्थित रहीं।
कृपया बाक्स में लगावे
एक बच्चे का पिता लापता, तो दो बच्चों का पिता ट्रक ड्रायवर
जिन तीन बच्चों को आज शिवपुरी माननीय विधायक देवेन्द्र जैन जी द्वारा नेत्र रोग मोतियाविंद के आपरेशन कराने के लिए स्वीकृति प्रदान की है उन्हें जन्म से ही मोतियाविंद की शिकायत थी। बच्चों को देखने में भी परेशानी का सामना करना पड रहा है। शिवपुरी के करोंदी कालोनी निवासी मोतियाबिंद से ग्रसित 5 माह के शिवांश रावत और 5 साल के दिव्यांश रावत के पिता राजेन्द्र रावत पेशे से ट्रक ड्रायवर है। घर की माली हालत ऐसी है कि घर का गुजारा जैसे तैसे होता है उपर से पत्नी सहित दोनों बच्चों की नेत्र रोग से बडे व्यथित हैं। पत्नी का आपरेशन तो सरकारी अस्पताल में करा लिया लेकिन आपरेशन सफल न हो पाने से बच्चों के आपरेशन कराने में भयभीत हैं, लेकिन दोनों बच्चों को नेत्र समस्या में छोड भी नही सकते प्रायवेट अस्पताल में आपरेशन कराने का सामर्थ नही है। ऐसी स्थिति में कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की आरबीएसके शाखा मे संपर्क किया तो उन्होंने न केवल सफल आपरेशन का भरोसा जगाया बल्कि आपरेशन कराने के लिए आरबीएसके कार्यक्रम से 20 -20 हजार रूपए की स्वीकृति प्रदान करा दी। इसी प्रकार रायश्री निवासी वेदांश राठौर के पिता दिलीप राठौर आटो चालक थे वह ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल से पिछले 9 माह पहले गायव हो चुके हैं। देवांश की मां बच्चे के नेत्र रोग से परेशान होकर सीएमएचओ आफिस पहुंची जहां से उसके बच्चे की दोंनो आंखों के आपरेशन के लिए 40 हजार रूपए की स्वीकृति प्राप्त हुई। इन बच्चों के नेत्र आपरेशन संभाग के सबसे बडे नेत्र अस्पताल रतन ज्योति ग्वालियर में होंगे।
0 टिप्पणियाँ