मानसिक स्वास्थय:यदि बच्चा पूछने पर जवाब न दे,आंख मिलाकर बात न करे तो ऑटिज्म शिकार
ऑटिज्म मानसिक बीमारी है, जो एक से 5 वर्षीय बच्चों में होती है। ऐसे बच्चे देखने में नार्मल लगते है, लेकिन अपने में लीन रहते हैं, ठीक से बोल नहीं पाते, पूछने पर जवाब न दे, नए लोगों से मिलने पर डरे, आंख मिलाकर बात न करे, बेचैन हो, विकास धीमा हो, रोजाना एक ही तरह का खेल खेलना पसंद करे तो वह ऑटिज्म से पीड़ित हो सकता है। ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए अब एम्स दिल्ली के विशेषज्ञ 24 घंटे हेल्पलाइन पर अभिभावकों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसी तरह दिव्यांगजन के लिए मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुददों, विशेष शिक्षा, ऑक्यूपेशनल थैरेपी, वोकेशनल कॉउंसिलिंग, स्पीच थैरेपी और बौद्धिक दिव्यांगजन की फिजियोथेरेपी से संबंधित जानकारी राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 18005726422 पर सोमवार से शुक्रवार, सुबह 9 बजे से शाम 5.30 बजे तक संपर्क कर सकते है।
श्री पटेल ने कहा कि ऑटिज्म (स्वलीनता) विकार के लक्षणों को समझने और पहचानने के लिए माता-पिता अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की टोल फ्री हेल्प लाइन 1800117776 पर 24 घंटे में कभी भी फोन कर सकते है।मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास से संबंधित मामलों पर काउंसिलिंग के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नं. 18005990019 भी संपर्क कर सकते है।
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