(सब स्टेशन बिर्रा का मामला)
बिर्रा- बम्हनीडीह विकासखंड अंतर्गत विद्युत उपकेंद्र बिर्रा ऑपरेटर के सहारे चल रहा है। गौरतलब है की सब स्टेशन बिर्रा ऑपरेटर के ही विद्युत व्यवस्था उन्हीं के सहारे चल रहा है। सहायक लाइनमैन रात में नहीं रुकते इस कारण से सुबह 10:00 बजे से पहले कहीं भी विद्युत खराबी हो तो सुधार की गुंजाइश नहीं होती।वैसे तो सब स्टेशन में रात्रिकालीन विद्युत व्यवस्था के लिए 3-3 लाइनमैन को समयानुसार जिम्मेदारी दी गई है, परंतु रात के समय एकमात्र ऑपरेटर ही पूरे क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था को संभालने नियुक्त रहता है। ऐसे में जरा सी खराबी आने पर सभी ओर की बिजली बंद हो जाती है ।रात भर विद्युत उपभोक्ता परेशान रहते हैं ।इस संबंध में बम्हनीडीह कनिष्ठ यंत्री से बात करने पर मोबाइल उठाना मुनासिब नहीं समझते और कभी उठा लिए तो लिखित में शिकायत कापी की मांग की जाती है। जबकि यहां पदस्थ चार लाइनमेन में एक-दो ही अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं परंतु समय परिस्थिति को देखते हुए यदि किसी की तबीयत खराब हो जाती है तो उनके स्थान पर अन्य बिजली कर्मी उपस्थित नहीं होते 1-2 कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें अपने कार्य के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं है ।वे किस आधार पर घर बैठे वेतन ले रहे हैं यह समझ से परे है। विद्युत उपकेंद्र बिर्रा को ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में बांटा गया है जहां दोनों जगह सही तरीके से विद्युत व्यवस्था नहीं होती ऐसे में बिर्रा सहित बसंतपुर, देवराहा, देवरानी, मौहाडीह,सिलादेही, गतवा, बोरसी, तालदेवरी, सोनादह, डभराखुर्द और बनडभरा के ग्रामीण विद्युत अव्यवस्था से परेशान है।यदि शीघ्र ही विद्युत व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया जाता क्षेत्रवासी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।सब स्टेशन बिर्रा की व्यवस्था ऐसी है जरा सी बारिश या हवा से बंद कर दी जाती है।
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