पीएम नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में राजस्थान का भी जलवा दिखा है। यहां से 3 कैबिनेट मंत्री और 2 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। ओडिशा से राज्यसभा सांसद और जाेधपुर के रहने वाले अश्विनी वैष्णव को रेल और आईटी का जिम्मा सौंपा गया है। अश्विनी पहले राजस्थानी हैं, जिन्हें फुल फ्लैश रेल मंत्रालय मिला है। इससे पहले यूपीए सरकार में सीपी जोशी के पास रेलवे का अतिरिक्त चार्ज था। इसके अलावा भूपेंद्र यादव को दो बड़े व अहम मंत्रालयों श्रम रोजगार व पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, गजेंद्र सिंह शेखावत के पास अब भी जल शक्ति मंत्रालय है।
दिलचस्प ये भी है कि अब सीएम गहलोत के गृह जिले जोधपुर से मोदी कैबिनेट में दो मंत्री हो गए हैं। एक शेखावत व दूसरे वैष्णव। यही नहीं, राजस्थान के अर्जुन राम मेघवाल और कैशाल चाैधरी बतौर राज्यमंत्री मोदी कैबिनेट में शामिल हैं। काेटा सांसद ओम बिडला लाेकसभा स्पीकर हैं। इस तरह देखा जाए तो दो दशक में पहली बार राजस्थान केंद्र में इतना पॉवरफुल हुआ है।
ये है केंद्र में हमारा दमखम; अर्जुन मेघवाल और कैलाश चौधरी बतौर राज्यमंत्री कैबिनेट में शामिल हैं
मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए भूपेंद्र यादव राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। उनके केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनने के पीछे सियासी समीकरण साधने की कवायद तो है ही, आरएसएस और बीजेपी के टॉप नेताओं से उनके अच्छे संपर्कों के अलावा राम मंदिर केस में उनकी भूमिका भी एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।
राम मंदिर केस में उन्होंने जिस तरह सबूत जुटाने से लेकर पैरवी तक में सहायता दी उससे ही अारएएस और बीजेपी में उनका कद बढ़ा। यादव सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। वे पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत अरुण जेटली के संपर्क में आए थे। साल 2010 में वे बीजेपी राष्ट्रीय मंत्री बनाए गए, फिर 2012 में राजस्थान से राज्यसभा में भेजे गए। 2018 में राजस्थान से ही दोबारा राज्यसभा सांसद बने। अजमेर में उनका जन्म हुअा। यहीं उनकी शिक्षा भी हुई।
हमारे ये दिग्गज नेता भी केंद्र में रहे
अटल सरकार में राजस्थान से जसवंत सिंह कैबिनेट मंत्री थे। उनके पास वित्त, रक्षा और विदेश जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय रहे। भरतपुर के नटवर सिंह नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री रहे। उसके बाद यूपीए1 में भी विदेश मंत्री रहे। यूपीए-2 में सीपी जाेशी कैबिनेट मंत्री रहे, जिनके पास ग्रामीण विकास मंत्रालय था। बाद में रेल सहित कई मंत्रालयाें का अतिरिक्त प्रभार मिल गया था।
उस समय सचिन पायलट, नमो नारायण मीणा, भंवर जितेंद्र सिंह, लालचंद राज्य मंत्री थे। यूपीए-2 में महादेव सिंह खंडेला भी मंत्री रहे थे। पहली मोदी सरकार में पीपी चौधरी, सीआर चौधरी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अर्जुन राम मेघवाल और गजेंद्र शेखावत राज्य मंत्री थे।
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