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लापरवाही : वैक्सीनेशन के बाद भी नहीं मिल रहा सर्टिफिकेट, किसी ने टीका लगवाया और मोबाइल पर मैसेेज किसी दूसरे पर

 


 

लक्ष्य बढ़ाने के चक्कर में ऑफ लाइन हुए रजिस्ट्रेशन के बाद लोगों तक नहीं पहुंच रहे मैसेज, हर रोज आ रहे 40 से 50 केस 

कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में लक्ष्य पूरा करने के चक्कर में ऑफ लाइन किए जा रहे रजिस्ट्रेशन के चलते वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को लेकर कई लोगों को परेशानी आ रही है। ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिनके पास टीका लगवाने के बाद भी मैसेज नहीं आया। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने टीका लगवाते समय अपना मोबाइल नंबर नोट कराया था। टीका लगवाने के बाद जो मैसेज उनके पास आया वह किसी दूसरे का था। ऐसे लोगों की परेशानी यह है कि वह टीकाकरण के लिए सर्टिफिकेट कैसे निकलवाएं। इस परेशानी को देखते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने टीकाकरण को लेकर समस्या निवारण सेल तक बना दिया है। इस सेल में अबतक 1578 मामले आ चुके हैं, जिनका निराकरण कर दिया गया है। हर राेज 40 से 45 मामले आ रहे हैं।

मोबाइल पर न ओटीपी आया और न ही कोई मैसेज

  • केस-1 कुम्हारों का माेहल्ला निवासी शाईन खान को 17 सितंबर को आपागंज स्थित जैन धर्मशाला में टीका लगा था। टीका लगने के बाद उनके मोबाइल पर न तो ओटीपी आया और न ही मैसेज।
  • केस-2 हजीरा निवासी धर्मेंद्र आर्य को पहला टीका 26 जुलाई को लगा था। दूसरा डोज पटेल स्कूल में लगवाया तो उसका मैसेज नहीं आया। अब वे वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के लिए परेशान हैं।
  • केस-3 बहोड़ापुर निवासी गजेंद्र सिंह राजपूत को 21 जुलाई को पहला डोज लगा था। इसके बाद उनके पास कोई मैसेज नहीं आया। बाद में जब मैसेज आया तो वह किसी दूसरे के नाम पर था।

सेल्फ करेक्शन... फिर भी समय पर समाधान नहीं
भारत सरकार ने सर्टिफिकेट में हुई गड़बड़ियों में सुधार के लिए कोविड पोर्टल पर सेल्फ करेक्शन विंडो शुरू की है। इसके जरिए कोई भी व्यक्ति घर बैठे सीधे कंप्लेंट रजिस्टर्ड कर सकता है। समाधान सात दिन में होगा। लेकिन इस समय अवधि में सुधार नहीं हो पा रहा है।

निराकरण के लिए मैंने सेल बना दी है
जब टीका लगवाने केंद्र पर जाएं और टीका लगवाने के बाद ही यह चेक कर लें कि मोबाइल पर मैसेज आया है या नहीं। अगर मैसेज नहीं आया है तो तुरंत केंद्र के स्टाफ को बताएं। इससे काफी हद तक समस्याओं से बचा जा सकता है। टीकाकरण को लेकर आने वाली उक्त समस्या के निराकरण के लिए सीएमएचओ कार्यालय में एक सेल भी बना दी गई है, जहां प्रतिदिन समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है।
-डॉ. आरके गुप्ता, जिला टीकाकरण अधिकारी

सर्टिफिकेट कितनों को मिले, नहीं है रिकॉर्ड
टीका लगाने वाले कई लोगों को सर्टिफिकेट नहीं मिल पाए हैं। कमाल की बात तो यह है कि स्वास्थ्य विभाग के पास इस बात का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है कि प्रतिदिन कितनों को सर्टिफिकेट मिल गए और कितनों को नहीं।

38 हजार का था लक्ष्य 12,162 को ही लगे टीके
गुरुवार काे 38 हजार टीके लगाने का लक्ष्य था, इनमें सिर्फ 12162 लोगों ने ही टीके लगवाए। 4897 लोगों ने कोरोना से बचाव का पहला टीका तथा 7265 लोगों ने कोरोना से बचाव का दूसरा टीका लगवाया। शुक्रवार को भी टीका लगेगा।

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