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जिले में 1 लाख हेक्टेयर से अधिक में हो चुकी है बोवनी, पानी नहीं बरसा तो होगा करोड़ों का नुकसान

  

जिले में 1 लाख हेक्टेयर से अधिक में हो चुकी है बोवनी, पानी नहीं बरसा तो होगा करोड़ों का नुकसान

जिले में जून माह में हुई तेज बारिश के बाद जमीन में आई नमी के चलते जिले के 40 फीसदी से अधिक किसानों ने सोयाबीन व मूंगफली सहित अन्य खरीफ की फसलों की बोवनी कर दी थी। इसके चलते फसल अंकुरित होकर खेतों में लहलहाने लगी, लेकिन बोवनी के 25 दिन बीत जाने के बाद भी अब बारिश नहीं हो रही है। इसके चलते किसानों की फसल सूखने लगी है।

इससे चिंतित किसानों का कहना है कि दो-चार दिन और बारिश नहीं हुई हमारी फसल सूख जाएंगी। गौरतलब यह है कि किसानों के अनुसार हमें फिर से दूसरी बार बोवनी करनी पड़ेगी। इससे कई किसानों के पास खाद-बीज आदि उपलब्ध नहीं होने से बोवनी नहीं कर पाएंगे। किसानों की माने तो बारिश नहीं हुई तो हम बर्बाद हो जाएंगे। कृषि विभाग के अनुसार अभी जिले में 25 फीसदी किसानों ने बोवनी की है। जबकि हकीकत में जिले में 40 फीसदी से अधिक किसान बोवनी कर चुके हैं। किसानों के मुताबिक बारिश नहीं हुई तो करोड़ का नुकसान किसानों का होगा।

पानी के अभाव में सूखने लगी फसल

किसानों के अनुसार बोवनी के बाद खेतों में बीज अंकुरित होकर पौधा भी बनकर तैयार हो गया है। तो कई जगह अंकुरित हो रहा है। लेकिन 25 दिन से बारिश नहीं होने से अब फसल सूखने लगी है। इतना ही नहीं अगर 4 से 6 दिन में बारिश नहीं हुई तो किसानों की फसल सूख जाएगी। इससे उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा। किसानों का कहना है कि जुलाई महीने के छ: दिन गुजर गए हैं। लेकिन बारिश के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। बुआई के लिए भी एक पखवाड़े से ज्यादा का वक्त हो गया है और जमीन की नमी भी लगातार खत्म हो रही है। वहीं जून में इतनी बारिश नहीं हुई है कि जल स्त्रोत भर गए हो यदि भरे होते तो हम उन्हीं से सिंचाई कर लेते। इस साल मूंगफली का बीज 100 रुपए से लेकर 120 रुपए प्रतिकिलो के दामों में खरीदना पड़ा था।

इन क्षेत्रों में ज्यादा हालात खराब

बारिश नहीं होने से जिले के करैरा के आदर्श ग्राम सिरसौद, बरौदी, साजौर, सलैया, टोडा, सिरसौना, मामौनी, नावली, अमोला घसाराई ,नाहाराई आदि गांवों में फसलें सूखने लगी है। वहीं बैराड़ के बैराड़ के देवपुरा, सड़, करई, गाजीगढ़, धौरिया, उमरी, भिलोड़ी, ककरौआ सहित अन्य गांवों में फसल सूख रही है। इसी प्रकार, पिछोर के भौंती सहित आस-पास के गांवों किसानों की फसल सूख रही है। इसी प्रकार पोहरी, कोलारस, बदरवा, नरवर व शिवपुरी ब्लॉक के ग्राम सेमरी, राजा की मढ़ैरी, सिंहनिवास, चिटोरा, चिटोरी सहित सैकड़ों गांवों में बारिश के अभाव में फसल की ज्यादा हालात खराब है।

जल्दी बोवनी से मिलती जल्दी फसल, मिलते अच्छे दाम: किसान शीतल कुशवाह ने बताया कि जल्दी फसल बोनी से फसल गुणवत्तापूर्ण आती है। साथ ही मूंगफली जैसी फसलों की शुरू में कीमत भी अच्छी मिलती है। साथ ही आखिरी दिनों में पानी न बरसने की संभावना भी बन जाती है। इससे जल्दी फसल की बोनी कर देते हैं।

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