डेढ़ साल के बेटे के बाद अब मां का शव मड़ीखेड़ा डेम में मिला : मायके से ससुराल के लिए निकली थी, रास्ते में बस से उतरकर हो गई थी लापता
शिवपुरी शहर से अपनी ससुराल डेढ़ साल के बच्चे के साथ सोमवार की सुबह निकली महिला रास्ते से लापता हो गई थी। मंगलवार की सुबह डेढ़ साल के मासूम का शव मड़ीखेड़ा डेम के पास केचमेंट एरिया में भरे पानी में एसडीईआरएफ की टीम ने बरामद किया और आज बुधवार को एसडीईआरएफ की टीम ने महिला के शव को बरामद कर लिया हैं। महिला और उसके बच्चे की मौत का कारण फिलहाल नहीं लग सका हैं। पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुट गई हैं।
बिना बताये मायके से ससुराल निकल पड़ी थी महिला -
जानकारी के मुताबिक़ 30 साल की कमलेश बघेल एक जनवरी को अपनी ससुराल पारागढ नरवर से अपने मायके शिवपुरी की दर्पण कालोनी में अपने डेढ़ साल के बेटे रियांश और तीन साल की बेटी रियाना के साथ आ गई थी। तभी से वह अपने मायके रुकी हुई थी। लेकिन सोमवार की सुबह वह अपने डेढ़ साल के बेटे रियांश को लेकर घर से बिना बताये निकल गई थी। तभी से वह लापता हो गई थी। कमलेश अपने डेढ़ साल के बेटे रियांश नरवर के लिए बस में सवार होकर निकली थी और रास्ते में नरवर-सतनबाड़ा मार्ग पर मड़ीखेड़ा डेम के पास उतर गई थी। इसका पता एक फोन कॉल के जरिये लगा। बताया गया हैं कि रास्ते में बस में सवार एक महिला के फोन से कमलेश ने अपने पति को फोन लगा कर ससुराल जाने की बात बताई थी। बाद में जब कमलेश लापता हो गई। तब भोलाराम बघेल ने उसी मोबाइल पर पर फोन लगाकर पूछा था। तब महिला ने कमलेश के मड़ीखेड़ा डेम के पास उतरने की बात बताई थी।
पुल के पास मिले थे कपडे और कुछ सामान -
कमलेश के मड़ीखेड़ा डेम के पास उतरने की सूचना मिलने के बाद ससुराली और मायके वाले तलाश में मड़ीखेड़ा डेम पहुंच गए थे। यहां तलाशी के दौरान नरवर-सतनबाड़ा मार्ग पर बने ठाकुर बाबा पुल के पास सोमवार की शाम कमलेश का कुछ सामान मिला था। लेकिन कमलेश और उसके बेटे का कोई सुराग नहीं लग सका था। बाद में इसकी सूचना सतनवाड़ा थाना और फिजिकल थाना पुलिस को दी गई थी। एसडीईआरएफ की टीम ने मंगलवार की सुबह से महिला और उसके बेटे की तलाश शुरू कर दी थी। तलाशी के दौरान मंगलवार को एसडीईआरएफ की टीम को डेढ़ साल के मासूम का शव मिल गया था। लेकिन कमलेश का कोई सुराग मंगलवार की देर शाम तक नहीं लग सका हैं। महिला का शव आज तीसरे दिन बरामद कर लिया गया हैं।
मामा के चली गई थी भांजी, बच गई जान -
जानकारी के मुताबिक़ सोमवार की सुबह कमलेश घर से बिना बताये अपने बेटे के साथ निकल गई थी। उस वक्त उसकी तीन साल की बेटी रियाना अपने मामा सुनील के साथ नास्ता लेने बाजार गई हुई थी। ऐसे में अगर रियाना घर होती तो उसे भी कमलेश अपने साथ ले जाती। कमलेश और उसका और उसका डेढ़ साल का मासूम बेटा किन हालातों का शिकार हुए इसका पता फिलहाल नहीं लग सका हैं। बताया गया हैं कि कमलेश की शादी सात साल पहले पारागढ गांव के रहने वाले भोलाराम बघेल से हुई थी दोनों के दो बच्चे थे। भोलाराम अपनी पत्नी के साथ रहकर कोलारस क्षेत्र में काम करता था। बता दें कि मां-बेटे के मौत के मामले में ससुराली और मायका पक्ष ने चुप्पी साध के रखी हुई हैं। पुलिस ने आज महिला का पोस्टमार्टम कराने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी हैं।
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