Music

BRACKING

Loading...

संगठन में फेरबदल ज्योतिरादित्य सिंधिया को यू पी की कमान

23 जनवरी 2019

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बाद जब मुख्यमंत्री का चुनाव हो रहा था तो राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों की नजर दिल्ली स्थिति राहुल गांधी के बंगले पर थी क्योंकि वहीं से यह फाइनल किया जाना था कि मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री दशकों से गांधी परिवार के साए की तरह बने रहे दिग्गज कमलनाथ होंगे या राहुल गांधी की यूथ बिग्रेड के सबसे दमदार चेहरों में से एक ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे.हालांकि उस समय बाजी कमलनाथ के हाथ रही और वे मुख्यमंत्री बनाए गए. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा खूब रही कि युवाओं की बार बार बात करने वाली कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया. खुद सिंधिया भी हर उस सवाल का जवाब इस बात देते रहे कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाना ही उनका अंतिम मकसद था और वो पूरा हुआ.लेकिन कहते हैं ना कि राजनीति में हर वक्त हासिल करना ही सबकुछ नहीं होता. कभी-कभी आप कुछ दूसरों के लिए अपनी जगह छोड़कर आगे की राह आसान कर लेते हैं. हुआ वही. उस ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हारकर खुद को बड़ा साबित कर दिया.यह तो तय था कि सिंधिया को कांग्रेस संगठन में बहुत बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है. और उसकी शुरुआत हो चुकी है. राहुल गांधी के सबसे विश्वासपात्र ‘महाराज’ को उस राज्य की जिम्मेदारी दे दी गई है जहां से होकर देश के सत्ता का गलियार जाता है. 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश के पश्चिमी छोर पर बैठकर ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी को मजबूत करेंगे. उन्हें पश्चिमी यूपी का प्रभार दिया गया है.इसके अलावा प्रियंका गांधी ने भी सक्रिय राजनीति में एंट्री मार दी है. पार्टी के महासचिव अशोक गहलोत की तरफ से प्रेस रिलीज जारी की गई है. जिसमें लिखा है, ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तर प्रदेश की महासचिव के तौर पर नियुक्त किया है. वह फरवरी के पहले सप्ताह में पद संभालेंगी.’ वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी यूपी की कमान सौंपी गई

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ