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एडीआर के माध्यम से समाज को जोडने की सुविधा- श्री आहलूवालिया  विजयपुर में एडीआर सेंटर भवन का भूमि पूजन एवं शिलान्यास  श्योपुर | 16-नवम्बर-2019

एडीआर के माध्यम से समाज को जोडने की सुविधा- श्री आहलूवालिया 
विजयपुर में एडीआर सेंटर भवन का भूमि पूजन एवं शिलान्यास 
श्योपुर | 16-नवम्बर-2019
 
  मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय, खंडपीठ ग्वालियर के न्यायमूर्ति मा. श्री गुरूपाल सिंह आहलूवालिया ने कहा है कि विजयपुर में 47 लाख रूपये की लागत से बनने वाले एडीआर भवन का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया गया है। इस भवन के बनने से आपसी सुलभ और समझोता के आधार पर प्रकरणों के निराकरण में आसानी होगी। साथ ही समाज को जोडने की सुविधा भी मिलेगी। वे आज श्योपुर जिले के विजयपुर में एडीआर सेंटल भवन के भूमि पूजन एवं शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थें।
    इस आवसर पर जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्योपुर मा. श्री आर.बी. गुप्ता, विशेष न्यायाधीश श्री रविन्द्र सिंह, प्रधान न्यायाधीश श्री मोहम्मद शकील, न्यायाधीश श्री आरएम भगवती, एडीजे विजयपुर श्री ए.के. टेलर, कलेक्टर श्री बसंत कुर्रे, पुलिस अधीक्षक श्री नगेन्द्र सिंह, न्यायाधीश श्री राजेश जैन, अविभाषक संग विजयपुर के अध्यक्ष श्री महेन्द्र भरद्वाज, सीजेएम श्री अमजद अली, जिला रजिस्टार श्री रविन्द्र गुप्ता, मजिस्ट्रेट श्री सुरेन्द्र कुशवाह, श्री अनुराग खरे, श्री जगतप्रताप अटल, श्री मुदित लटोरिया, श्री प्रसांत बासकल्ले, श्री शौरभ सिंह, जिला विधिक सहायता अधिकारी कु. विभूती तिवारी, एसडीएम श्री तिृलोकचन्द गौड, एसडीओपी श्री जीडी शर्मा, एडीपीओ श्री शिवनाथसिंह मावई, एजीपी श्री योगेन्द्र कुमार शर्मा, तहसीलदार श्री अशोक गोवाडिया, अविभाषकगण, पत्रकार, विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थें।

   न्यायाधिपति श्री गुरूपाल सिंह आहलूवालिया ने कहा कि वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र के द्वारा पक्षकार आपसी सुलभ और समझौता के प्रकरणों का निराकरण कर सकते है। उन्होने कहा कि विभाग निराकरण करने में भी आसानी होगी। साथ ही दो दिल टूटने से जो वैमनिस्ता पैदा होती है। उसमें उनका हृदय परिवर्तन किया जा सकता है। उन्होने कहा कि जमीन के विवाद में जो खटास उत्पन्न होती है। उसमें भी आसानी होगी। उन्होने कहा कि शस्ता और सुलभ न्याया दिलाने में पक्षकार इस भवन का उपयोग कर सकते है। इसी प्रकार न्याया क्या है उस पर मंथन करने की आवश्यकता है।  न्यायालय में पहले दस्तावेज प्रस्तुत करने की प्रक्रिया है। जिनके निराकरण की अपील माननीय उच्च न्यायालय तक की जा  सकती है। न्यायाधीश के समक्ष दस्तावेज और गवाई प्रस्तुत होती है। इस समय पक्षकार के मन में खटास बनती है। उसका भी हल हम वैकल्पिक विवाद निराकरण में कर सकते है। अगर एक आदमी भारत का नागरिक है उनमें अमीर गरीव का भेदभाव नहीं होता है। उन्होने कहा कि न्याय प्रक्रिया में जो प्रणाली निर्धारित उनके अनुरूप हम सभी को पुनीत कार्य करने मंे पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होने कहा कि परिवार एवं सोसाइटी मे कुरूतियो ंको दूर करने के प्रयासों में सभी का सहयोग आवश्यक है। 
जिला न्यायाधीश मा. श्री आरबी गुप्ता ने एडीआर भवन विजयपुर के संबंध में विस्तार से अवगत कराया। उन्होने कहा कि 47 लाख रूपये की लागत से एडीआर भवन स्वीकृत हुआ है। इस एडीआर भवन में पक्षकरों को शस्ता और सुलभ न्याया प्राप्त करने की दिशा में आसानी होगी। उन्होेने न्यायामूर्ति मा. श्री गुरूपाल सिंह आहलूवालिया के अविभाषक से लेकर, न्यायाधीश तक के कार्यकाल पर प्रकाश डाला।  
    कलेक्टर श्री बसंत कुर्रे ने समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि एडीआर भवन बनने से विजयपुर क्षेत्र के लोगो को अपने प्रकरणों का निराकरण कराने में आसानी होगी। उन्होने कहा कि कानून का पालन का पालन कराना हम सभी का कर्तव्य है इसलिए पक्षकारों को शस्ता और सुलभ न्याया मिलना चाहिए। उन्होने कहा कि जनसंख्या बृद्धि के साथ विवाद पडते जा रहे है। इसलिए उनके निराकरण में मीडेसन माध्यम उपयुक्त है। उन्होने कहा कि ईगो के कारण भी केश बनते है। जिनका भी निराकरण सुलभ और समझोते के आधार पर कराया जा सकता है।
    पुलिस अधीक्षक श्री नगेन्द्र सिंह ने समारोह में विचार व्यक्त करते हुये कहा कि एडीआर भवन के बनने से समझौते के आधार पर प्रकरणों का निराकरण करने में आसानी होगी। उन्होने कहा कि लीगलएड प्रदान करने की दिशा में यह भवन उपयोगी होगा।
 
  एडीजे विजयपुर श्री ए.के. टेलर ने समारोह में कहा कि तहसील स्तर पर एडीआर भवन बनने पर राजीनामा योग्य प्रकरण आसानी से निराकरण किया जा सकेगे। उन्होने कहा कि अधिकांश मामले आपसी सुलभ और समझौता के सामने आते है। उनका निराकरण एडीआर भवन में आसानी से किया जा सकता है। 
    न्यायाधीश श्री राजेश जैन ने इस अवसर पर कहा कि मीडियेशन के प्रकरण वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र आसानी से निराकरण करने की सुविधा प्राप्त होगी। उन्होने कहा कि इसमें कोई भी पक्षकार हारता है। बल्कि आपसी सुलभ और समझौता से प्रकरणों का निराकरण मिल-बैठकर, किया जा सकता है। 
    अविभाषक संघ विजयपुर के अध्यक्ष श्री महेन्द्र भरद्वाज ने कहा कि विजयपुर को एडीआर भवन की शौगत मिली है। पूर्व में एडीजे कोर्ट की स्थापना हुई थी। इस सुविधा से विजयपुर क्षेत्र के प्रकरण असानी से निराकरण हो रहे है। उन्होने कहा कि 47 लाख रूपये की लागत से वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र का भूमि पूजन किया गया है। इस भवन के बनने से क्षेत्र के ऐसे विवाद जो आपसी समझौते के होते है। उनका निराकरण आसानी से होगा। 
    जिला विधिक से सेवा अधिकारी कु. विभूती तिवारी ने कार्यक्रम के प्रारंभ में कहा कि वैकल्पि समाधान केन्द्र का निर्माण 47 लाख रूपये की लागत से किया जावेगा। इस भवन के बनने से पक्षकारों के प्रकरण समझौता के आधार पर सहानुभूति पूर्वक निराकृत करने में आसानी होगी। 
    कार्यक्रम का संचालन जज श्री शौरभसिंह किया। अंत में आभार सीजेएम श्री अमजद अली खान ने सभी के प्रति प्रदर्शित किया।

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