बीजेपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया है। यूपी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले मौर्य के इस्तीफे को बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य योगी कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री थे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते हुए लिखा, ”माननीय राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं.”
समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के इस फैसले का स्वागत किया है। इनके समाजवादी पार्टी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक इन्होंने आज अखिलेश यादव से भी मुलाकात की।स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी सरकार में मंत्री हैं और 5 बार के विधायक हैं। मौर्य पिछड़े समाज के बड़े नेता माने जाते हैं और 80 के दशक से यूपी की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। ये बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। ये 8 अगस्त 2016 को बीजेपी में शामिल हुए थे और इससे पहले लोकदल और बीएसपी में रह चुके हैं। इनकी बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से बीजेपी की सांसद हैं। इनके इस्तीफे से पूर्वांचल की राजनीति में बीजेपी को काफी नुकसान हो सकता है।
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