बिर्रा जांजगीर-चांपा-राज्य शासन के द्वारा प्रारंभिक भाषाई गणितीय कौशल कहानियां विकास हेतु 14 सप्ताह 100 दिन कार्यक्रम अभियान का छत्तीसगढ़ में कोरोना काल में एक नवाचार पहल का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री दिनेश कौशिक डीएमसी श्री राजकुमार तिवारी एपीसी द्वय जायसवाल, सोनवान के कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में जिला शिक्षा समग्र सभागार जांजगीर में जिले के सभी नव विकास खंड प्रभारी/नोडल अधिकारियों की समीक्षा सहप्रशिक्षण बैठक रखी गई।
डीएमसी श्री राजकुमार तिवारी ने कहा कि अपने क्षेत्र की भाषा/गणित के प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी के साथ जुड़कर 14 सप्ताह/100 दिनों के कार्यक्रम का अध्ययन कर सीखने-सिखाने हेतु विभिन्न गतिविधियों के नए-नए आइडियाज ढूंढकर प्रति सप्ताह निर्धारित कार्यक्रमों का आयोजन कर सभी बच्चों में निर्धारित दक्षताओं को हासिल कराएंगे।पीछे छूट रहे बच्चों को अतिरिक्त सहायता देने हेतु "सरल कार्यक्रम" का उपयोग किया जा सकेगा। बच्चों को सीखने के लिए हाइब्रिड मॉडल अर्थात ऑनलाइन के विधाओं का उपयोग कर एवं छोटी कक्षाओं के बच्चों को घर पर सीखने में सहयोग देने हेतु "अंगना में शिक्षा" को भी कर सकते हैं।
जिला प्रभारी/नोडल अधिकारी श्री एचके बेहार के द्वारा नौ विकासखंड के प्रभारी को 100 दिनों का पठन एवं गणिती कौशल कहानियां विकास अभियान में दक्षता हासिल करने के लिए पढ़ना लिखना बोलना समझना दक्षताओं को कुशलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए विकास खंड प्रभारी को निर्देशित करते हुए कहा कि शिक्षकों के द्वारा क्रियान्वयन कैसे कराया जाए के लिए विस्तृत समीक्षा सहप्रशिक्षण बैठक आहूत किया गया।जिसमें अकलतरा अमलेश निराला बलौदा विकास शर्मा बम्हनीडीह उमेश कुमार दुबे डभरा मोहनलाल पटेल जैजैपुर जगजीवन प्रसाद जांगड़े मालखरौदा श्रीमती बांके बिहारी त्रिवेदी नवागढ़ श्रीमती ममता डहरिया सक्ती पुष्पेंद्र कौशिक ने बैठक सहप्रशिक्षण में शामिल हुए। अजीमजी प्रेमजी फाउंडेशन के जिला प्रभारी मुनीर सर के द्वारा कहानी चित्रों के माध्यम से बच्चों एवं शिक्षकों के लिए विडियो बनाने की जानकारी दी गई। उक्त जानकारी सहायक मिडिया प्रभारी उमेश कुमार दुबे ने दी।
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