सवालों के जवाब पं.धीरेंद्र शास्त्री जी ने शालीनता के साथ दिए सवालों के जवाब
धीरेंद्र शास्त्री बोले- मैंने हरिहर मंदिर की बात की: जान से मारने की धमकी पर कहा- परवाना ने हरमंदिर साहेब समझा; जल्द अमृतसर जाऊंगा
करैरा के रामराजा गार्डन में हुई पंडित धीरेंद्र कुमार शास्त्री के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस
सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंगलवार को शिवपुरी के करैरा में मीडिया से बात की। उन्होंने अपनी पदयात्रा से लेकर जान से मारने की मिली धमकी को लेकर बात की। उन्होंने भेदभाव-छुआछूत को खत्म कर हिंदू एकता को बढ़ाने की बात कही। धमकी वाली बात पर उन्होंने कहा- संभल के हरिहर मंदिर के बयान को समझने में उन्हें कुछ भेद हो गया, उन्हें एक बार फिर से मेरे बयान को सुनना चाहिए।
पढ़िए... सवाल और धीरेंद्र शास्त्री के जवाब
सवाल : आपको मारने की धमकी मिल रही है?
जवाब : वीडियो के माध्यम से हमें भी खबर मिली है। कोई जत्थे के सरदार श्री परवाना जी हैं। उन्होंने हमारे वीडियो के अर्थ को अनर्थ समझा। मैंने पदयात्रा के मध्य में उत्तर प्रदेश के संभल में जो जामा मस्जिद के लिए कोर्ट में अभी मुकदमा चल रहा है, एएसआई सर्वे भी हुआ। सर्वे के तहत हरिहर मंदिर के प्राचीन लेख और इतिहास मिले... इस संबंध में बयान दिया था। मैंने कहा था- यदि कोर्ट अपना आदेश निकालेगी तो हम सब महात्मा वहां जाकर प्राण-प्रतिष्ठा और अभिषेक करेंगे। पंजाब के परवाना जी ने जान से मारने की धमकी दी है। सरदार हमारे, सिख हमारे भाई हैं। हमारा परिवार हैं। उनकी तालियां,गालियां, धमकियां, उनका प्यार सब हमें स्वीकार है। उनकोTT
समझने में थोड़ा सा भेद हो गया, इसलिए उन्होंने इस प्रकार के शब्दों को बोला है। एक बार हमारे बयान को फिर से सुनें।हम नहीं चाहते कि हिंदू और सिख दो अलग-अलग हो जाएं, क्योंकि हर मंदिर साहेब के प्रति हमारी स्वयं की निष्ठा है। हम स्वयं गुरुओं की पावन नगरी अमृतसर जाएंगे। परवाना जी हमारे अपने हैं। सिख धर्म के सब हमारे अपने हैं। परवाना जी ने जो भी कहा है, उनसे भूल हुई है। जान से मारने की धमकी मिलने पर कहा- मेरे बयान को वो समझ नहीं पाए।
सवाल : आपकी मांग है कि संविधान में संशोधन कर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए?
जवाब : भारत के संविधान में 125 से ज्यादा बार संशोधन हो चुका है। हिंदूत्व के लिए एक बार और हो जाएगा तो कोई
बड़ी बात नहीं है। आधार हमारा एक है। भेदभाव मुक्त करना, जात-पात मुक्त करना। लोगों के दिल में तलवार से नहीं विचारों से बदलाव आए। सनातन के प्रति सतर्क हों। अपनी आवाज को बुलंद कर धर्म विरोधियों को प्रति उत्तर देने का सामर्थ्य रखें। इस आधार पर हम हिंदू राष्ट्र बनाएंगे।
सवाल : हिंदू राष्ट्र बन गया गया तो इसमें जातियों का क्या स्थान होगा?
जवाब : जातियां होंगी, पर जातिवाद नहीं होगा। हिंदू एक होगा, जातियों का सही स्थान होगा।
सवाल : हिंदू राष्ट्र के लिए राजनीति में उतरना पड़े तो आप तैयार हैं?
जवाब : बिल्कुल भी नहीं। क्यों उतरूंगा। जरूरी थोड़ी है कि ऊपर से नीचे आना पड़े। कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने राजनीति में आए बिना भी काम किया है। बिना राजनीति में आए यह कार्य करूंगा।
सवाल : शंकराचार्य जी ने कहा है कि आप जो हिंदुओं को जोड़ने की बात कर रहे हैं, राजनीतिक लोगों ने आपका इस्तेमाल किया है?
सवाल : आप कहते हैं हिंदू तर्कशील नहीं है?
जवाब : मैं इसलिए कहता हूं कि जब मुझसे देश या विदेश में
इसे लेकर सवाल किए जाते हैं तो वो मुझसे मुंह की खाते हैं। कारण मेरे गुरुओं ने मुझे जो सिखाया है, मैं उससे उन्हें मुंह तोड़ जवाब देता हूं। मुसलमान को कुरान का ज्ञान, ईसाई को बाइबिल का ज्ञान, मुसलमान शुक्रवार को मस्जिद जाना नहीं छोड़ता, ईसाई रविवार को प्रेयर करना नहीं छोड़ता।
हिंदू को न तो गीता का ज्ञान है ना ही पुराण का। हिंदू न तो मंदिर जाता है, न गुरुओं के पास। वह भगवान और त्योहारों का मजाक बनाता है। हिंदू अपने ही भगवान का रूप बना करके नचवाता है। यह एक विचित्र तर्क जरूर है। आपको दीवार या दुकानों के सामने लिखा मिल जाएगा राम बूट हाऊस। कभी अल्लाह बूट हाऊस लिखा किसी दुकान के सामने देखा है।
पटाखों के हमारे देवी देवताओं के चित्र छपे मिल जाएंगे। वे भी अपने देवी-देवताओं को कभी नहीं छापते, क्योंकि वे इतने श्रद्धावन हैं, इतने कट्टर हैं। हम कट्टर नहीं हैं, इसलि हिंदू बर्बाद हो रहा है। इसलिए हम इंडोनेशिया, फिजी, नेपाल और मॉरीशस में अल्पसंख्यक हो गए।
भारत के 9 राज्यों मणिपुर, मेघाल, त्रिपुरा, असम, केरल समेत इन राज्यों में तुम अल्पसंख्यक हो गए। धीरे-धीरे मध्यप्रदेश, यूपी में भी होगे। देश 2050 तक गजवा-ए-हिंदू हो जाएगा। अभी नहीं जागे तो कभी नहीं जाग पाओगे।सवाल : आपकी पदयात्रा को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं?
जवाब : जो पदयात्रा में पैदल चला नहीं, जिसने वह सब देखा नहीं, उसे एक भी टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
सवाल : आज देश को जगाने की बात करते हैं, अब कह रहे हैं देश को बच्चों की जरूरत है, हिंदू बच्चे पैदा करे?
जवाब : जितने बच्चे, उतने ही अच्छे। क्वॉन्टिटी से ज्यादा
क्वॉलिटी होनी चाहिए। बच्चा एक हो, लेकिन कट्टर हिंदू हो। तीन या चार बच्चे नहीं होने से परिवार का विखंडन हो रहा है। परिवार खत्म हो रहा है। न चाचा का सुख मिल रहा, न बुआ का सुख रहा, न मौसी का सुख मिल रहा। एक या दो बच्चे होने में यह सुख खत्म हो रहा है, इसलिए चार बच्चे जरूरी हैं।
सवाल: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हत्याचार हो रहे हैं?
जबाव : हिंदुओं का अलग क्षेत्र होना चाहिए। बांग्लादेश में हिंदुओं को एकत्र होकर सड़कों पर आना चाहिए। वहां की सरकार को किसी भी हाल में हिंदुओं को सुरक्षा देनी चाहिए या इस्तीफा देना चाहिए। बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ पूरे विश्व के हिंदुओं को सपोर्ट करना चाहिए। ऐसा नहीं कर पाए तो हम बुजदिल हैं, कायर हैं, डरपोक हैं।
सवाल : आप हिंदुओं को एक करने की बात कह रहे हैं, यहां तो आरक्षण की लड़ाई चल रही है? जबाव : आरक्षण एक अलग विषय है। हिंदू राष्ट्र विचारों की लड़ाई है, न की सरकारों की।
जवाब : वे हमारे आदर्श हैं। शंकराचार्यों पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। वे सनातन संस्कृति के आचार्य हैं। उन्हें कहने का पूरा अधिकार है। हमें यह अधिकार नहीं है। हमारा इस्तेमाल हमारे घरवाले नहीं कर पाए तो राजनेता क्या खाक करेंगे।
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