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सिर्फ पौधरोपण करने से पर्यावरण संरक्षित नहीं होगा, पौधे से पेड़ बनाने तक की जिम्मेदारी लेनी होगी : शर्मा

आज कल फैशन बन गया है 10, 100, 1000 पौधे लगाने का, तस्वीरें खींचने का और वाहवाही लूटने का, ये कोई नहीं देखता। उनमें से कितने पौधे जीवित रह पाए। जहां आप 100 लगाते हो बस 10 पौधे लगाओ, जहां 10 लगाते हो वहां 1 लगाओ पर उनको पेड़ बनाने की जिम्मेदारी लो तो कोई मतलब निकलेगा अन्यथा ये प्रचार और पब्लिसिटी से ज्यादा कुछ नहीं। अगर ये सरकारी तंत्र में हो रहा है तो ये कमीशन खोरी, और लोक धन के दुरुपयोग का मामला है। अगर हम सही मायने में पर्यावरण को संरक्षति करना चाहते है तो हमें पौधे को बृक्ष बनाने तक कि जिम्मेदारी लेनी ही होगी।
यह बात मंगलवार सुबह करैरा तहसील के ग्राम सलैया में मनोरमा मेमोरियल पर्यावरण संरक्षण व जनकल्याण समिति के जागरुकता शिविर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष अशोक शर्मा एडवोकेट ने कही। उन्होंने प्लास्टिक पॉलीथीन के उपयोग को भी बंद करने का आव्हान करते
हुए ग्रामीणों को बताया कि ये भी पर्यावरण प्रदूषण का महत्वपूर्ण घटक है इस पर रोकथाम जरूरी है। शर्मा ने कृषि विकास से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां किसानों को दी। इस मौके पर कई ग्रामीण मौजूद थे उनको समिति की तरफ से फल वितरित किये गए व कैरी पना पिलाया गया। समिति के सचिव आदर्श भार्गव एडवोकेट ने ग्रामीणों को जागरुकता शिविर में आने पर सह्‌रदय धन्यवाद दिया और अगले दिन विश्व पर्यावरण दिवस पर सभी से 1-1 पौधारोपण करने और उसके बाद भी निरंतर पौधारोपण करते रहने की व हमारी जीवनदायनी नदियों में हो रहे रेत के अवैध उत्खनन का हिस्सा न बनने की अपील की। विधिक सहायता के बारे में ग्रामीणों को अवगत कराया व विधि के क्षेत्र में कई परामर्श ग्रामीणों को दिए। इस जागरूकता शिविर के दौरान समिति के अन्य सदस्य नरेंद्र शर्मा, मयंक भार्गव, आदित्य भार्गव राजीव शर्मा, शलभ तिवारी, विवेक तिवारी मौजूद रहे।

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