बिर्रा: छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने फर्स्ट पेज में सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का काम लगभग हो चुका है सिर्फ शिक्षक समुदाय को ही इससे वंचित रखा गया है। इन्हें भी कोरोना वाॅरियर्स का दर्जा देते हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणी में रखने की मांग छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने यह मांग प्रदेश सरकार से की है।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष बसंत चतुर्वेदी, प्रदेश संगठन मंत्री विकास तिवारी, प्यारे लाल साहू जिला अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, जिला सचिव बोधीराम साहू, जिला संयोजक विजय प्रधान, जिला उपाध्यक्ष माखन राठौर, जिला महासचिव उमेश कुमार दुबे ने कहा है कि शिक्षकों को कोरोना वारियर्स मानते हुए उन्हें 50 लाख का बीमा कवर देकर ही कोरोना से संबंधित ड्यूटी में लगाया जाए। शिक्षकों को ड्यूटी के दौरान फेस शिल्ड,ग्लब्स, मास्क व सैनिटाइजर देकर ही कोरोना संबंधी किसी कार्य में ड्यूटी दिया जाए, वर्तमान में कई केंद्र व कार्य में जरूरी सुविधा उपलब्ध नहीं है, छत्तीसगढ़ में वर्तमान में कोरोना के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं तथा कोरोना के वैक्सीनेशन को लेकर भी तैयारियां जोर शोर से चल भी रहा है। वर्तमान समय में शिक्षकों का ड्यूटी पूर्व की भांति कोरोना जांच केंद्र से लेकर टीकाकरण करने रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन कोविड सेंटर एक्टिव सर्विलांस व बॉर्डर सुरक्षा करने तथा काल सेंटर तक लगाया गया है।
छग टीचर्स एसोसिएशन बम्हनीडीह ब्लॉक के अध्यक्ष उमेश तेम्बूलकर,सचिव रामकृपाल, उपाध्यक्ष गोपाल जायसवाल,डिलेश्वर डडसेना महासचिव रवि कुंभकार, ब्लाक मिडिया प्रभारी शिव पटेल ने कहा कि शिक्षक जो है सुखा मध्यान भोजन, जाति प्रमाण पत्र, 10वीं और 12वीं परीक्षा, स्वैच्छिक मोहल्ला क्लास, अधिकारियों से प्रतिदिन, सैकड़ों छात्रों से नियमित संपर्क में है, इससे अब शिक्षक व बच्चों में संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका है, जो जानलेवा हो सकता है। शिक्षक भी प्रथम पंक्ति के कोरोना वारियर्स हैं। शिक्षक सुरक्षित रहेंगे तो बच्चे भी सुरक्षित रहेंगे। इसलिए सभी शिक्षकों को बिना किसी उम्र बंधन के स्वास्थ्य कर्मचारियों के समान कोरोना का टीका लगाया जाए साथ ही शिक्षकों को स्वास्थ्य विभाग की तरह बीमा की परिधि में लाया जाए तथा 50लाख बीमा का प्रावधान किया जाए

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