भोपाल राजधानी के अस्पतालों में 4000 से ज्यादा कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। लेकिन अधिकतर अस्पतालों ने कोई हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किए हैं। ऐसे परिजनों को मरीज की हालत के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है।
पीपुल्स मेडिकल; यहीं घूमते रहते हैं शायद कोई आकर बता दे कि ससुर ठीक हैं
मेरे ससुर पिछले कई दिनों से पीपुल्स मेडिकल काॅलेज में भर्ती हैं। उनकी हालत ठीक नहीं है। दिनभर यहीं पर बैठे रहते हैं। इस उम्मीद में कि शायद कोई आकर ये बता दें कि वो ठीक हो गए हैं। दिन हो या रात ठीक होने की खबर के लिए यहीं पर इंतजार करते हैं। एक पल के लिए इधर, उधर नहीं जाते। -बिलाल खान
हमीदिया अस्पताल; 15 के बाद पिता से बात नहीं हुई कोई भी बता नहीं रहा वो कैसे हैं
14 अप्रैल को पिता को हमीदिया के डी ब्लॉक में बनाए गए कोविड वार्ड में भर्ती किया था। पिता को मोबाइल दिया है, ताकि उनसे बात करके खैर खबर ले सकें। 15 अप्रैल के बाद से संपर्क नहीं हो पा रहा है। अस्पताल आकर भी पूछताछ की, लेकिन सिक्योरिटी गार्ड कुछ बताने को तैयार नहीं हैं। - शेर बहादुर
और इधर, ये करा रहे अपनों से बात
हमीदिया अस्पताल की ट्रामा बिल्डिंग के हर फ्लोर पर भर्ती मरीजों के परिजनों से बात के लिए बीएसएस कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ सोशल वर्क और भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन संस्था के सहयोग से हेल्पलाइन 9329211487 शुरू की गई है। इस नंबर पर सुबह 9 से शाम 4 बजे तक भर्ती मरीज की स्थिति के बारे में जानकारी ले सकते हैं। हेल्पलाइन की संयोजक रचना ढींगरा ने बताया कि मरीज का नाम, उसका वार्ड के बारे में जानकारी देने पर उसकी कंडीशन के बारे ड्यूटी डॉक्टर्स से बात उसकी जानकारी परिजनों को दे रहे हैं। चूंकि हमीदिया का खुद का कोई हेल्पलाइन नंबर नहीं है। इसलिए प्रशासन की अनुमति से ये नई व्यवस्था शुरू की गई है। इसके अलावा जेके अस्पताल के फोन नंबर 0755-4087049 पर मरीज के हाल परिजन जान सकते हैं।
अर्से बाद चेहरे पर खुशी; कोविड वार्ड में भर्ती पति ने 8 दिन बाद किया वीडियो कॉल, तो पत्नी लोगों को मोबाइल दिखाते हुए बोलीं-देखो ...अब वो ठीक हैं
सुमन यादव। छिदवाड़ा से अपने पति का इलाज कराने चिरायु अस्पताल आई हैं। पति संतोष यादव यहां कोविड वार्ड में भर्ती हैं। तब से ही सुमन भी अस्पताल के गार्डन में डेरा जमाए हुए है। 8 दिन बाद जब पति ने खुद वीडियो कॉल कर कहा कि अब मैं ठीक हूं। तो सुमन के चेहरे संतोष था और साथ में खुशी भी। उसने आसपास के लोगों को मोबाइल दिखाते हुए उन्होंने कहा-वो ठीक हैं।

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