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Shivpuri News : ग्राम पंचायत देहरदा सड़क मे अधूरे निर्माण को पूर्ण दर्शाकर सरपंच सचिव ने निकाली पूरी राशि

 सब इंजीनियर के मूल्यांकन व सत्यापन पर उठे सवाल

कोलारस- जनपद पंचायत कोलारस में सरपंच-सचिव द्वारा अधिकारियो को झांसे में लेकर जमकर भ्रष्टाचार कर खुद का फायदा और सरकार के खजाने को चपत लगाई जा रही हैं। इसका उदाहरण मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देहरदा सड़क ग्राम पंचायत के जूर गांव में देखा जा सकता है। ग्राम पंचायत ने निर्माण पूरा किए बिना ही सात कल्वर्ट पुलियाओं का 85 लाख 12 हजार रुपए में से  73.49 लाख रुपए की राशि निकाल ली गई है। इन सात कल्वर्ट पुलियाओं मे किसी मे भी सीसी नही डली बावजूद जनपद के अफसरों ने इनका सत्यापन मूल्यांकन कर भुगतान कर दिया जि़म्मेदार अब अपने किए पर पर्दा डालने मे लगे है 

जानकारी के अनुसार  कोलारस जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत देहरदा सड़क में वर्ष 2023-2024 मे सात कलवर्ट पुलिया स्वीकृत हुई थी जिसमे 13.05 लाख की लागत से हरवीर के खेत के पास बनने वाली पुलिया मे 10.65 लाख की निकाल ली गई ऐसे ही 9.92 लाख की लागत से रमेश जाटव के खेत के पास बनने वाली पुलिया से 9.49लाख की राशि,11.07 लाख की लागत से हरिराम जाटव के खेत के पास वाली पुलिया से 11.01 लाख की राशि,12.23 लाख की लागत से मेहरबान के खेत के पास बनने वाली पुलिया से 9.14लाख की राशि,12.85 लाख की लागत से पन्नालाल के खेत के पास बनने वाली पुलिया से 10.43 लाख,12.72 लाख की लागत से बद्री आदिवासी के खेत के पास बनने वाली पुलिया से 11.85 लाख की राशि, 13.28लाख की लागत से अर्जुन सिंह के खेत के पास बनने वाली पुलिया से 10.92 लाख की राशि निकाल ली गई इस प्रकार आधा अधूरा कार्य कराकर लाखो रूपये की राशि जिम्मेदारो द्वारा डकार ली गई

आदिवासी महिला सरपंच के अशिक्षित होने का फायदा उठा रहे जि़म्मेदार

देहरदा सड़क पंचायत मे नीलम आदिवासी सरपंच है सरपंच का अशिक्षित होने का फ़ायदा  उठाकर उपसरपंच पति और सचिव द्वारा ग्राम पंचायत में होने वाले विकास कार्यों मे धांधली की जा रही है जिसका जीता जागता प्रमाण जूर गांव मे बनने वाली पुलियाओं मे देखा जा सकता है 

ग्रामीणों की माने तो ग्राम पंचायत की सरपंची उपसरपंच के पति दीपक रघुवंशी चला रहे है इन्ही के द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्य किए जा रहे है 

मात्र 2 पाईप डालकर बनाई जा रही 110 फुट लंबी पुलिया

ग्राम पंचायत देहरदा सड़क मे अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत यथार्थ साबित हो रही है अब तक पुलियाओे जितना निर्माण हुआ है उसमे अवैध रूप से लाई जा रही सिंध की बजरी का उपयोग किया जाकर फर्जी बिल लगाएं गए है यहां ज्यादा राशि के बिल लगाने के चक्कर में छोटी सी पुलियाओ को लगभग 110 फीट लंबा बनाकर राशि निकाल ली गई। इतनी लंबी पुलियाओ में मात्र दो पाइप डाले हैं। उक्त पुलियाएं खेतो से पानी निकालने के बनाया जाना है। कुछ पुलिया की खास बात यह है कि पानी निकालने के लिए डाले गए पाइप से पानी ही नहीं जा रहा है।चुकि फाउंडेशन की खुदाई नही की गई

जिसके चलते पाइप के नीचे से ही पानी बह रहा है।

बिना निरिक्षण के किए जा रहे मूल्यांकन व सत्यापन

देहरदा सड़क पंचायत मे पुलियाओ का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं  हुआ है जबकि उपयंत्री आकाश शर्मा ने बकायदा मुल्यांकन सत्यापन कर भुगतान भी कर दिया जबकि ग्रामीण बताते हैं कि अब तक उक्त पुलियाओं मे से किसी भी पुलिया के निर्माण कार्य में मात्र ढाई से तीन लाख रुपए से ज्यादा खर्च नही हुए होंगे। तकनीकी स्वीकृति के विपरीत और घटिया क्वालिटी की पुलिया बनाए जाने के मामले में जनपद पंचायत के अफसरों की चुप्पी निश्चिततौर पर कहीं न कहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही हैं।

इनका कहना है कि 

मामला मेरे संज्ञान में है आप जिन पुलियाओं की बात कर रहें है उनमें जितना काम हुआ है उतने का ही भुगतान हुआ है 

आरके शर्मा, सहायक यंत्री

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