शिवपुरी। यूं तो हर माता-पिता के लिए अपना बेटा सबसे प्यारा होता है और बच्चों के लिए अपने माता पिता। वह उसकी इच्छाओं की पूर्ति के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने को तैयार रहते हैं, और ऐसे में यदि पिता का जन्मदिन आ जाए तो वो उनके लिए अच्छे से अच्छा तोहफा देने को आतुर हो जाते हैं। ऐसा ही एक अनोखा तोहफा पटेल नगर निवासी पिंकी-अनिल कुमार अग्रवाल के पुत्र जतिन अग्रवाल ने अपने पिता अनिल कुमार अग्रवाल को उनके जन्म दिवस पर दिया है। मंगलम ब्लड शिवपुरी द्वारा रक्तदान कर लोगों की जिंदगियां बचाने जैसे किए जा रहे सेवा कार्य में अपने पिता के जन्मदिन पर तोहफा स्वरूप रक्तदान किया।
बैंगलोर की निजी कंपनी में कार्यरत जतिन अग्रवाल का कहना है कि यूं तो वह पिछले पांच वर्षों से हर वर्ष रक्तदान कर रहा है किन्तु गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी उन्होंने यह संकल्पित किया था अपने पिता के जन्मदिवस पर रक्तदान कर उसे यही तोहफा भेंट करेंगे। कम से कम दो लोगों की जिंदगियां बचाने जैसे सेवाभावी कार्य कर यही उनके लिए अपने पिता को तोहफा होगा। उन्होंने कहा कि रक्तदान से बढ़कर कोई दूसरा दान नहीं है। रक्तदान जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे व्यक्ति को जीवनदान देता है। हमें ऐसे व्यक्तियों की जीवन रक्षा हेतु रक्तदान अवश्य करना चाहिये। यही हमारी सच्ची मानवता होगी। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान ऐसे व्यक्ति को जीवन दान देता है जो निरूसहाय, बेसहारा हैं अथवा दुर्घटना एवं आपातकाल के समय रक्त के लिए जरूरतमंद हैं। हमें रक्तदान कर बन्धु बान्धवों को जीवनदान देना चाहिये। और हमें अपने परिवार में जन्मदिवस अथवा वैवाहिक वर्षगांठ को ही रक्तदान का दिवस मानकर रक्तदान करना चाहिये।
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जन्मदिवस पर मिला सबसे बड़ा तोहफा
आज के इस दौर में भी अपने परिवार में संस्कारित एवं सेवाभावी बैल्लूर इंस्टीट्यूट से बीटेक कर बैंगलोर में सर्विस कर रहे जतिन अग्रवाल के पिता अनिल कुमार अग्रवाल का कहना है कि यूं तो उन्होंने जीवन के 50 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं, किन्तु उनकी याद अनुसार उन्हें आज जो अपने बेटे से तोहफा मिला है वह अब तक का सबसे बड़ा तोहफा है। यह उन्हें जीवनभर याद रहेगा। मेरे लिए किए गए रक्तदान से यदि किन्हीं व्यक्तियों की जान बचती है तो इससे बड़ी बात मेरे सुकून के लिए और क्या होगी। यह तोहफा पाकर मैं बहुत प्रफुल्लित हूं।

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